एक नई रिपोर्ट के बाद, पेंटागन और रिपब्लिक कांग्रेसियों ने 27 जुलाई, 2021 को चीन के अपने परमाणु बलों के निर्माण के मामले पर अपनी चिंता पुनः व्यक्त की है, जिसमें यह कहा गया है कि, बीजिंग 110 नये मिसाइल साइलोज़ का निर्माण कर रहा था.
26 जुलाई को अमेरिकन फेडरेशन ऑफ साइंटिस्ट्स की एक रिपोर्ट में यह कहा गया है कि, उपग्रह चित्रों से उन्हें यह पता चला है कि, चीन अपने झिंजियांग क्षेत्र के पूर्वी हिस्से में हामी के पास परमाणु मिसाइल साइलोज़ का एक नया क्षेत्र बना रहा था.
यह नई रिपोर्ट इससे पहले वाली रिपोर्ट के एक और सप्ताह के बाद आई है, जिसमें युमेन में लगभग 120 मिसाइल साइलोज़ के निर्माण की जानकारी दी गई थी. यह दक्षिणपूर्व में लगभग 380 किमी दूर एक रेगिस्तानी क्षेत्र है.
चीन का परमाणु मिसाइल साइलो फील्ड: हम इस बारे में क्या जानते हैं?
• अमेरिकन फेडरेशन ऑफ साइंटिस्ट्स (AFS) की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि, हामी साइट पर निर्माण कार्य मार्च, 2021 में शुरू हुआ था और यह तीव्र गति से जारी है.
• AFS द्वारा प्राप्त उपग्रह चित्रों के अनुसार, हामी निर्माण स्थल पर कम से कम 14 गुंबद संरचनाएं दिखाई दे रही हैं.
चीन के परमाणु भंडार की स्थिति
वर्ष, 2020 में पेंटागन की एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया था कि, चीन के परमाणु हथियार भंडार कम से कम 200 तक थे, और यह भी कहा गया है कि, यह आकार में कम से कम दोगुना होने का अनुमान है क्योंकि चीन अपनी सेना का निरंतर विस्तार और आधुनिकीकरण करता है.
हालांकि, AFS के अनुसार, ये परमाणु साइलो साइट्स चीनी परमाणु शस्त्रागार के अब तक के सबसे महत्वपूर्ण विस्तार का संकेत देते हैं. ये परमाणु मिसाइल साइलोज़ बीजिंग के शस्त्रागार में न्यूक्लियर-टिप्ड इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल्स को जोड़ देंगे, जोकि AFS के अनुसार अब बढ़कर 250 हो गया है, जो पूरे US ICBM फोर्स के आधे से अधिक आकार का है.
चीन का परमाणु निर्माण अमेरिका के लिए चिंता का विषय क्यों है?
इस वर्ष जुलाई माह की शुरुआत में, अमेरिकी विदेश विभाग ने चीन के परमाणु निर्माण को अपनी चिंता का विषय बताया था और यह कहा था कि, ऐसा प्रतीत होता है कि, बीजिंग न्यूनतम प्रतिरोध पर आधारित दशकों की परमाणु रणनीति से अब विचलित हो रहा है.
विभाग ने चीन से हथियारों की होड़ को अस्थिर करने के जोखिम को कम करने के लिए व्यावहारिक उपायों पर अमेरिका के साथ जुड़ने का भी आह्वान किया है.
अमेरिका ने बार-बार चीन से आह्वान किया है कि चीन अमेरिका और रूस के साथ एक नई हथियार नियंत्रण संधि में शामिल हो जाए.
इस मामले में क्या कहता है चीन?
इस बीच, चीन ने यह कहा है कि, उसका शस्त्रागार रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका के मुकाबले बौना है. इस देश ने यह भी आश्वासन दिया है कि, वह समानता और आपसी सम्मान के आधार पर रणनीतिक सुरक्षा पर द्विपक्षीय वार्ता करने के लिए भी तैयार है.
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