प्रतिदिन के करेंट अफेयर्स से सम्बंधित जानकारी को संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत किया गया है. इसमें आज कोरोना वायरस और विश्व स्वास्थ्य संगठन से संबंधित जानकारी संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत किया गया है.
घरेलू उड़ान सेवाएं 25 मई से फिर से होंगी शुरू
केंद्र सरकार ने कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच 25 मई 2020 से घरेलू उड़ानों को फिर से शुरू करने का फैसला किया है. विमानन कंपनियों को उड़ानों के संचालन के लिए सोशल डिस्टेंसिंग नियमों के साथ इजाजत दी गई है. मौजूदा समय में जरूरी सेवाओं से जुड़ी उड़ानों को ही मंजूरी है.
नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट कर कहा है कि सभी हवाई अड्डों और विमानन कंपनियों को अगले हफ्ते से घरेलू उड़ानों के संचालन के लिए तैयार करने को कह दिया गया है. लॉकडाउन के चलते 25 मार्च से घरेलू के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर पाबंदी लगी हुई है.
जेवर एयरपोर्ट को विकसित करने हेतु स्विट्जरलैंड की कंपनी को मिली सुरक्षा मंजूरी
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हाल ही में जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को विकसित करने के लिए स्विस फर्म ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी को सुरक्षा मंजूरी दे दी है. 5000 हेक्टेयर में फैले इस पूरे प्रोजेक्ट पर 29000 करोड़ रुपये खर्च होंगे. यह दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और गाजियाबाद के हिंडन हवाई अड्डे के बाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में तीसरा हवाई अड्डा है.
जेवर एयरपोर्ट के लिए फरवरी में केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की एनओसी मिलने के बाद एयरपोर्ट की सुरक्षा संबंधी मुद्दों को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय से मंजूरी मांगी गई थी. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 19 मई 2020 को एयरपोर्ट की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर अपनी मंजूरी दे दी हैं.
नाबार्ड ने खरीफ संचालन के लिए 20,500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी
राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) ने हाल ही में 20,500 करोड़ रुपये जारी किए. यह फण्ड सहकारी बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण विकास बैंकों (आरआरबी) के के लिए फ्रंट-लोडिंग संसाधनों के रूप में कार्य करेगा.
खरीफ संचालन में किसानों की मदद करने और उनकी प्री-मानसून तैयारियों के लिए यह धनराशि जारी की गई है. आवंटित राशि में से 15,200 करोड़ रुपये सहकारी बैंकों के माध्यम से और 5,300 करोड़ रुपये आरआरबी के माध्यम से प्रदान किए जायेंगे.
भारत की ओर से फलस्तीनी शरणार्थियों को आर्थिक मदद
भारत ने फलस्तीनी शरणार्थियों के लिए आर्थिक सहायता का योगदान किया है. संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने भारत के इस योगदान की सराहना की है विशेषकर तब जब दुनिया महामारी के संकट से जूझ रही है. भारत सरकार ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र रिलीव एंड वर्क एजेंसी को दो मिलियन डॉलर की सहायता मुहैया करायी है.
फलस्तीनी शरणार्थियों के कल्याण के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी को यह योगदान भारत सरकार ने शिक्षा एवं स्वास्थ्य सहित मुख्य कार्यक्रमों और सेवाओं के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत एवं निर्माण एजेंसी को हाल ही में दिया. संयुक्त राष्ट्र एजेंसी को यह योगदान फलस्तीन में भारत के प्रतिनिधि सुनील कुमार ने पेश किया था.
जानें क्यों मनाया जाता है विश्व मधुमक्खी दिवस
प्रत्येक साल 20 मई, को पूरी दुनिया में 'विश्व मधुमक्खी दिवस' (World Bee Day) मनाया जाता है. मधुमक्खिां, तितलियां, चमगादड़ और चिड़ियों जैसे परागणकों महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने, उनके सामने कई तरह के ख़तरों और विकास में उनके योगदान के लिए संयुक्त राष्ट्र ने 20 मई को विश्व मधुमक्खी दिवस के रूप में मनाए जानें का फैसला लिया.
यह खास दिवस आधुनिक मधुमक्खी पालन की तकनीक का नेतृत्व करने वाले एंटोन जनसा के जन्म दिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. मधुमक्खियां सबसे बड़ी परागण होती हैं. वे वर्तमान में निवेश के नुकसान, परजीवी, बीमारियों और कृषि कीटनाशकों के कारण खतरे में हैं.
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