32 वर्षीय सीमा अंतिल पूनिया ने डिस्कस थ्रो में 28 मई 2016 को रियो ओलिंपिक हेतु क्वालिफ़ाई कर लिया. मूल रूप से हरियाणा निवासी एथलीट ने अमेरिका के केलिफोर्निया में चल रहे पेट यंग थ्रोअर्स क्लासिक (Young Thrower's Classic) में स्वर्ण पदक जीतकर रियो ओलंपिक में जगह बनायी. ओलिंपिक में क्वालिफ़ाई करने के लिए 61 मीटर दूर डिस्कस फेंकना था.
टूर्नामेंट में पूनिया ने 62.62 मीटर दूर डिस्कस फेंक कर ज़रुरी मानदंड हासिल किया और स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब रही. उनकी प्रतिद्वंद्वी स्टेफिनी ब्राउन 60.50 की दूरी तक ही डिस्कस फेंक पायी.
सीमा अंतिल पूनिया के बारे में-
- वर्ष 2015 में इंचियोन में आयोजित एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीता था.
- सीमा इससे पहले लंदन ओलंपिक 2012 और 2004 के एथेंस ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. तब वह क्वालीफिकेशन राउंड पार नहीं कर पाईं थी.
- सीमा भारत की 19वीं ट्रैक एंड फील्ड एथलीट हैं, जिन्होंने रियो ओलंपिक के लिए पात्रता हासिल की है.
- सीमा अब तक 10 बार 61 मीटर से ज्यादा थ्रो फेंक चुकी हैं.
- वह पांच माह से अमेरिका में रहकर अपने पति और कोच अंकुश पूनिया के साथ प्रैक्टिस कर रही है.
- सीमा ने 2008 की ओलपिंक चैंपियन अमेरिका की स्टेफनी ब्राउन ट्रेफ्टन को भी पीछे छोड़ दिया.
- सीमा पूनिया मूल रुप से हरियाणा के जिला सोनीपत के गांव खेवड़ की निवासी हैं. उनकी शादी मेरठ के सकौती टांडा गांव निवासी अंकुश पूनिया पुत्र तेजपाल सिंह से हुई.
सीमा को मिल चुका है यश भारती पुरस्कार -
मेरठ की बहू सीमा पूनिया को प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पिछले माह यश भारती पुरस्कार से सम्मानित किया. सीमा पूनिया के अमेरिका में होने के कारण उनके ससुर तेजपाल ने लखनऊ में यह पुरस्कार ग्रहण किया था.
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