चुनाव आयोग ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए पश्चिम बंगाल में तत्काल प्रभाव से रोड शो और वाहन रैली पर रोक लगा दी है. बैन लगाने के साथ-साथ चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि कई राजनीतिक दल के उम्मीदवार सार्वजनिक कार्यक्रमों में सुरक्षा मानदंडों का पालन नहीं कर रहे हैं.
चुनाव आयोग ने कहा कि किसी भी सभा में 500 से अधिक लोग शामिल नहीं हो सकते हैं. आयोग ने राजनीतिक पार्टियों के किए जाने वाले रोड शो और कार रैलियों पर तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी है. यह आदेश 22 अप्रैल 2021 को शाम सात बजे से लागू हो गया.
शेष दो चरणों के लिए मतदान
बंगाल विधानसभा चुनाव के शेष दो चरणों के लिए मतदान 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को होने हैं. चुनाव आयोग ने संविधान के अनुच्छेद 324 का उपयोग करते हुए रोड शो, पैड याट्र्स, और साइकिल/बाइक/वाहन रैलियों पर रोक लगा दिया है. पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं.
सुरक्षा मानदंडों का पालन
चुनाव आयोग ने अपने आदेश में यह भी कहा कि कई राजनीतिक दल/उम्मीदवार अभी भी सार्वजनिक समारोहों के दौरान निर्धारित सुरक्षा मानदंडों का पालन नहीं कर रहे हैं. इसलिए कोरोना के बढ़ते खतरों को देखते हुए बड़ी रैली और रोड शो को प्रतिबंधित किया गया है. पिछले दिनों कोरोना के संक्रमण को रोकने हेतु चुनाव आयोग ने राज्य में सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी.
पश्चिम बंगाल में चार चुनावी रैलियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 अप्रैल को पश्चिम बंगाल में चार चुनावी रैलियां करने वाले थे, जिसे अब कैंसिल कर दिया है. प्रधानमंत्री मोदी 23 अप्रैल को मालदा, मुर्शिदाबाद, सिवली और कोलकाता में रैलियां करने वाले थे.
पश्चिम बंगाल में मतदान
पश्चिम बंगाल में कुल 8 चरणों में मतदान हो रहा है. इसमें छह चरणों का मतदान संपन्न हो चुका है. बाकी बचे दो चरणों का मतदान 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को होना है. परिणाम 2 मई को आएंगे. बाकी चार राज्यों-तमिलनाडु, पुडुचेरी, असम और केरल विधानसभा चुनावों के रिजल्ट भी इसी दिन आएंगे.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation