गूगल के सीईओ श्री सुंदर पिचाई ने इस 13 जुलाई को ‘गूगल फॉर इंडिया डिजिटाइजेशन फंड’ के माध्यम से अगले पांच से सात वर्षों में भारत में 75,000 करोड़ रुपये (लगभग 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर) के निवेश की घोषणा की है.
यह प्रमुख निवेश बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कोविड -19 महामारी के दौरान आया है और इस समय बहुराष्ट्रीय कंपनियां दुनिया भर में वैकल्पिक निवेश स्थलों की तलाश कर रही हैं.
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस 13 जुलाई को गूगल के सीईओ के साथ बातचीत की थी, और डाटा सुरक्षा, कोरोना वायरस के दौरान नई कार्य संस्कृति और साइबर सुरक्षा जैसे विषयों पर चर्चा की थी.
गूगल द्वारा निवेश पर सुंदर पिचाई का बयान
सुंदर पिचाई ने भारत डिजिटलीकरण कोष के लिए गूगल की घोषणा की और बताया कि कंपनी रुपये का निवेश करेगी. अगले पाँच से सात वर्षों में भारत में 75,000 करोड़ रुपये या लगभग US $ 10 बिलियन. उन्होंने कहा कि निवेश पारिस्थितिकी प्रणालियों के निवेश में भागीदारी, इक्विटी निवेश और परिचालन बुनियादी ढांचे के मिश्रण के माध्यम से किया जाएगा.
भारत में तकनीकी विकास के बारे में बात करते हुए, उन्होंने कहा कि जब वह युवा थे, तो प्रौद्योगिकी के हर टुकड़े को सीखने और बढ़ने के नए अवसर मिले और उन्हें हमेशा कहीं और से आने के लिए इंतजार करना पड़ा. लेकिन आज भारत के लोगों को तकनीक के आने का इंतजार नहीं करना है. भारत में सबसे पहले नई पीढ़ी की प्रौद्योगिकियां हो रही हैं.
सुंदर पिचाई ने केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के साथ भारत के लिए गूगल के छठे वार्षिक संस्करण में भाग लिया. उन्होंने कहा कि निवेश भारत के भविष्य और इसकी डिजिटल अर्थव्यवस्था में हमारे विश्वास का प्रतिबिंब है.
| गूगल निवेश भारत के डिजिटलीकरण के लिए निम्नलिखित चार महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा |
| • प्रत्येक भारतीय को उसकी अपनी भाषा में किफायती पहुंच और जानकारी उपलब्ध कराना. • ऐसी नई सेवाओं और उत्पादों का निर्माण करना जो भारत की अनूठी जरूरतों के लिए गहराई से प्रासंगिक हों. • डिजिटल रूपांतरण के आधार पर विभिन्न व्यवसायों को सशक्त बनाना. • शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि जैसे क्षेत्रों में सामाजिक भलाई के लिए AI अर्थात आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का भरपूर इस्तेमाल करना. |
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