हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन एक मलेरिया-रोधी दवा है और एक अध्ययन के अनुसार, कोविड -19 के उपचार के लिए यह बहुत प्रभावी नहीं है. अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस दवा को इस महामारी के लिए के गेम-चेंजर के रूप में परिभाषित किया है.
यह अभी तक एक सहकर्मी-समीक्षा के अधीन अध्ययन है जो प्रीप्रिंट सर्वर मेडरिक्सिव में प्रकाशित किया गया था, जिसमें ऐसे कोविड -19 के मरीज़ों का विश्लेषण किया गया जो अमेरिका में सभी बुजुर्ग स्वास्थ्य प्रशासन चिकित्सा केंद्रों में भर्ती थे.
वैज्ञानिकों द्वारा प्रकाशित इस अध्ययन में सदर्न कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, अमरीका के लोग शामिल हैं. इस अध्ययन में कोविड -19 के खिलाफ दुनिया भर के कई देशों द्वारा उक्त दवा के व्यापक इस्तेमाल को लेकर चिंता जताई गई है.
यह अध्ययन कैसे किया गया था?
अनुसंधानकर्ताओं के प्रमाण के अनुसार, वास्तविक सबूतों के आधार पर कोविड -19 के उपचार के लिए हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन को अकेले या एज़िथ्रोमाइसिन के साथ मिलाकर उपयोग किया जाता है.
इस अध्ययन में, वैज्ञानिकों ने कोविड -19 संक्रमण के साथ पुष्टि किए गए ऐसे रोगियों के डाटा का आकलन किया है जो 11 अप्रैल तक अमेरिका के सभी बुजुर्ग स्वास्थ्य प्रशासन चिकित्सा केंद्रों से अस्पताल में भर्ती कराये गए थे.
कोविड -19 के उपचार में सहायता के उद्देश्य से 368 रोगियों को सिर्फ हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन दी गई या एजिथ्रोमाइसिन के साथ मिलकर यह दवाई दी गई.
उक्त अध्ययन में मिले हैं ये परिणाम:
अध्ययन में दो प्राथमिक परिणाम यांत्रिक वेंटिलेशन की आवश्यकता और मृत्यु दर को कम करना थे.
अब तक के निष्कर्षों के अनुसार, वैज्ञानिकों ने यह कहा है कि इस बात के कोई सबूत नहीं थे कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन के इस्तेमाल से अस्पताल में भर्ती रोगियों में यांत्रिक वेंटिलेशन में कमी आई है या मृत्यु दर में सुधार हुआ है. उन्होंने यह भी कहा कि उक्त तीन समूहों के रोगियों की आधारभूत विशेषताओं में भिन्नता का खास ध्यान रखा गया था.
अनुसंधानकर्ताओं ने बताया है कि यद्यपि आने वाले महीनों में हाल ही के नियंत्रित या अचानक किये गए अध्ययन से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन के बारे में अधिक सूचनाप्रद परिणाम मिलने की उम्मीद की जा सकती है, तो भी इस अध्ययन से हासिल किये गए परिणाम सर्वोत्तम उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक हैं.
इस अनुसंधान की सीमाएं:
वैज्ञानिकों के मुताबिक इस अनुसंधान की कुछ सीमाएं भी थीं जैसेकि इस अध्ययन के लिए रोगियों के चयन में पूर्वाग्रह की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है.
इस अध्ययन में केवल 65 वर्ष से अधिक आयु के पुरुष शामिल थे. यह माना गया है कि ये परिणाम आवश्यक रूप से महिलाओं या छोटे रोगियों में समान नहीं हो सकते.
वैज्ञानिकों के अनुसार, ये निष्कर्ष केवल अस्पताल में भर्ती कोविड -19 रोगियों पर हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के उपयोग में उस वक्त सावधानी बरतने का सुझाव देते हैं, जब सिर्फ इसे ही इस्तेमाल किया जाये.
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