आईडीएफसी बैंक ने अपना नाम बदलकर ‘आईडीएफसी फर्स्ट बैंक लिमिटेड’ करने का प्रस्ताव किया है. बैंक अपनी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी कैपिटल फर्स्ट को खुद के साथ मिलाने की प्रक्रिया में है.
बैंक का नाम बदलकर ‘आईडीएफसी फर्स्ट बैंक लिमिटेड’ करने का प्रस्ताव है. बैंक ने नाम बदलने का प्रस्ताव आरबीआई को भेजा है. अगर आरबीआई की मंजूरी मिल जाती है तो बैंक का नाम बदलकर ‘आईडीएफसी फर्स्ट बैंक लिमिटेड’ हो जाएगा.
बैंक अपनी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी कैपिटल फर्स्ट को खुद के साथ मिलाने की प्रक्रिया में है. बैंक ने शेयर बाजार को 25 अक्टूबर 2018 को बताया कि उसके निदेशक मंडल ने हुई बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक से नाम बदलने की मंजूरी मांगने का फैसला किया है.
नाम बदलने के लिए मंजूरी:
नाम बदलने के लिए इसके बाद विधायी एवं नियामकीय प्राधिकरणों, कंपनियों के रजिस्ट्रार, शेयरधारकों तथा अन्य संबंधित पक्षों की मंजूरी की भी जरूरत होगी.
ग्राहकों पर असर:
ऐसे में बैंक ग्राहकों पर ज्यादा असर नहीं होगा, क्योंकि बैंक खुद चेकबुक बदल देता है. साथ ही, ग्राहकों को पासबुक, चेकबुक बदलवाने के लिए ज्यादा समय दिया जाएगा. बैंक इसकी जानकारी एसएमस, ईमेल और फोन के जरिए देगा.
आईडीएफसी बैंक:
आईडीएफसी बैंक, एक भारतीय बैंकिंग कंपनी है. इसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है. यह एक एकीकृत आधारभूत संरचना वित्त कंपनी (आईडीएफसी) का हिस्सा है. बैंक ने 01 अक्टूबर 2015 से परिचालन शुरू किया. आईडीएफसी को जुलाई 2015 में भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) से सार्वभौमिक बैंकिंग लाइसेंस प्राप्त हुआ. 06 नवंबर 2015 को आईडीएफसी बैंक बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध हुआ.
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