Booster Dose in India: देश के स्वास्थ्यकर्मी, फ्रंटलाइन वर्कर और गंभीर रूप से बीमार वरिष्ठ नागरिकों को 10 जनवरी 2022 यानी आज से एहतियाती खुराक लगना शुरू हो जाएगी. सरकार ने सभी राज्यों में इसकी तैयारी पूरी कर ली है. 08 जनवरी के रात से ही कोविन वेबसाइट पर अपॉइंटमेंट मिलना भी शुरू हो गया था.
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने इसे बूस्टर डोज न कहकर 'प्रीकॉशन डोज' का नाम दिया था. यह डोज ऐसे समय में दी जा रही है जब देश में ओमिक्रॉन के कारण कोरोना के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं. देश में 5.75 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाई जाएगी. इनमें से एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मी, दो करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ 60 साल से अधिक उम्र के 2.75 करोड़ बुजुर्गों को भी वैक्सीन लगाई जानी है.
इससे संबंधित मुख्य बिंदु
• स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि एहतियाती वैक्सीन की डोज के लिए पंजीकरण की कोई आवश्यकता नहीं है, जो पात्र हैं वे सीधे अपॉइंटमेंट ले सकते हैं या किसी वैक्सीनेशन सेंटर में जा सकते हैं.
• हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ ही 60 साल से अधिक आयु के लोग जिन्हें डायबिटीज, हाइपरटेंशन और पुरानी बीमारियों हैं, उनके पास भी अपने डॉक्टर की सलाह पर "एहतियाती खुराक" प्राप्त करने का विकल्प है.
• आपको बता दें कि इसके लिए पात्र लोगों को कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के 9 महीने बाद ही बूस्टर डोज दी जाएगी.
• तीसरी खुराक वही वैक्सीन होगी जो लोगों को उनकी पहली और दूसरी खुराक के लिए मिली है. केंद्र ने कहा है कि जो वैक्सीन पहले ली गई है, वही वैक्सीन बूस्टर डोज के तौर पर दी जाएगी.
• ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए बूस्टर डोज की निरंतर मांग के बीच पिछले महीने ही पीएम नरेंद्र मोदी ने "एहतियाती डोज" की घोषणा की थी.
• कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के साथ ही कई डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी बीमारी के संपर्क में आ चुके हैं. इनमें से कई दूसरी बार संक्रमित हुए हैं. महानगरों में स्वास्थ्यकर्मियों के बीच संक्रमण विशेष रूप से अधिक रहा है.
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