India signs AK-203 assault rifle deal: उत्तर प्रदेश स्थित अमेठी के कोरवा में रूस के सहयोग से 300 मीटर तक लक्ष्य भेदने में सक्षम 5 लाख एके-203 असॉल्ट राइफलों का निर्माण किया जाएगा. इस बाबत 06 दिसंबर 2021 को भारत और रूस के बीच महत्वपूर्ण समझौता हुआ है. इस समझौते के तहत पांच लाख एके 203 राइफल्स का निर्माण मेक इन इंडिया के तहत उत्तर प्रदेश के अमेठी में होगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगु ने इस समझौता पर हस्ताक्षर किए.
यह परियोजना भारत और रूस के संयुक्त उपक्रम का हिस्सा है. शुरू में रूस टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के लिए तैयार नहीं था लेकिन अब राजी हो गया है. हालांकि इसकी प्रक्रिया धीमी होने के कारण पहले 70 हजार रूस में निर्मित राइफलों की आपूर्ति भारत को होगी. इसके साथ-साथ अमेठी में राइफल निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी. प्रक्रिया शुरू होने 32 माह में सेना को इसकी आपूर्ति शुरू होगी.
इस परियोजना को किस नाम से जाना जाएगा
इस परियोजना को इंडो-रसियन जॉइंट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से जाना जाएगा. यह राइफल एडवांस वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड, मियूनीशेंन्स इंडिया लिमिटेड और रूस की रोसोबोरोन एक्सपोर्ट और कॉनकॉर्न कालाशनिकोव मिलकर बना रही है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने क्या कहा?
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने समझौता पर हस्ताक्षर करने के बाद कहा कि भारत के लिए रूस के मजबूत समर्थन का भारत गहराई से सराहना करता है. हमें उम्मीद है कि हमारे सहयोग से पूरे क्षेत्र में शांति, समृद्धि और स्थिरता आएगी. मुझे खुशी है कि छोटे हथियारों और सैन्य सहयोग से संबंधित कई समझौतों, अनुबंधों और प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए गए.
रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे
यह परियोजना विभिन्न सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) और अन्य रक्षा उद्योगों को कच्चे माल तथा घटकों की आपूर्ति के लिए व्यावसायिक अवसर प्रदान करेगी तथा इससे बड़े स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे.
एके-203 राइफल की खासियत
एके-203 राइफल का इस्तेमाल ऑटोमैटिक और सेमी-ऑटोमैटिक दोनों तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है. इसकी रेंज लगभग 800 मीटर और मैगजीन 30 राउंड तक है.
एके-203 असॉल्ट राइफल तीन दशक से अधिक समय से शामिल इंसास राइफल की जगह लेने वाली है.
एके-203 असॉल्ट राइफल इंसास राइफल की जगह लेगी. यह इस तरह से डिजाइन की गई है, जिससे यह हल्की तो हो ही साथ ही चलाने में भी आसान हो. इसके इस्तेमाल से सैनिकों की युद्ध क्षमता और बढ़ जाएगी.
AK-203 असॉल्ट राइफल 300 मीटर की दूरी पर स्थित लक्ष्य को भेदने में सक्षम है. AK-203 असॉल्ट राइफल में 7.62×39 MM की गोली का इस्तेमाल होता है.
बिना मैगजीन के AK-203 असॉल्ट राइफल का वजन लगभग 3.8 किलोग्राम है. AK-203 असॉल्ट राइफल हल्के वजन और एडवांस टेक्नोलॉजी वाली राइफल है.
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