प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 05 जुलाई 2021 को कोविन ग्लोबल कॉन्क्लेव को संबोधित किया और महामारी कोविड-19 से जूझने में डिजिटल प्लेटफार्म 'CoWIN' की भूमिका का जिक्र किया. उन्होंने संबोधन के दौरान सबसे पहले विश्व के सभी देशों में महामारी में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की.
प्रधानमंत्री ने कहा कि महामारी की शुरुआत से ही भारत इस लड़ाई में अपने सभी अनुभवों, विशेषज्ञता और संसाधनों को वैश्विक समुदाय के साथ साझा करने के लिए प्रतिबद्ध रहा है. अपनी सभी मजबूरियों के बावजूद हमने दुनिया के साथ ज्यादा से ज्यादा साझा करने की कोशिश की है.
संसाधनों की कोई कमी नहीं
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कहा कि प्रौद्योगिकी कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई का अभिन्न अंग है. सौभाग्य से, सॉफ्टवेयर एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें संसाधनों की कोई कमी नहीं है. इसलिए हमने तकनीकी रूप से संभव होते ही अपने कोविड ट्रेसिंग और ट्रैकिंग ऐप को ओपन सोर्स बना दिया.
वैक्सीनेशन एक उम्मीद
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण से उभरने हेतु वैक्सीनेशन एक उम्मीद है. हमने शुरू से ही वैक्सीनेशन अभियान को डिजिटल माध्यम से जोड़ा है. हम सभी को एकसाथ मिलकर आगे बढ़ना होगा.
भारत के टीकाकरण अभियान
हाल ही में कई देशों ने भारत के टीकाकरण अभियान में इस्तेमाल हुई तकनीक का उपयोग करने में रुचि दिखाई है. नेशनल हेल्थ अथॉरिटी ने बताया कि भारत कोविन के साथ मिलकर कोरोना पर जीत हासिल करने के लिए दुनिया के साथ हाथ मिलाने के लिए उत्साहित है. गौरतलब है कि कनाडा, मेक्सिको, नाइजीरिया, पनामा और उगांडा सहित करीब 50 देशों ने टीकाकरण अभियान के लिए डिजिटल मंच कोविन को अपनाने में रुचि दिखाई है.
कोविन कॉन्क्लेव में कई देशों का प्रतिनिधित्व
बता दें कि इस कोविन कॉन्क्लेव में कई देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले हेल्थ और तकनीकी से जुड़े एक्सपर्ट शामिल हुए. इसका मुख्य मकसद कोविन प्लेटफॉर्म के जरिए कोरोना से लड़ने के लिए वैश्विक वैक्सीनेशन के संबंध में भारत के अनुभव को साझा करना है.
कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारतीय सभ्यता पूरे विश्व को एक परिवार मानती है. इस महामारी ने कई लोगों को इस भारतीय दर्शन के मौलिक सत्य का अहसास कराया है. प्रधानमंत्री ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण को एक मजबूत हथियार बताया और इसे डिजिटल माध्यम से जोड़ने की पर जोर दिया.
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