
भारत और इंग्लैंड के मध्य फरवरी 2017 को द्विपक्षीय स्तर पर पर्यटन और व्यापार में बढ़ोतरी हेतु समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. इस समझौते के तहत दोनों देशों के बीच नागरिक विमान सेवा में बढ़ोतरी की जायेगी.
इस समझौते पर अशोक गजपति राजू एवं लॉर्ड अहमद द्वारा नई दिल्ली में हस्ताक्षर किये गये. राजू नागरिक उड्डयन मंत्री है जबकि लॉर्ड अहमद ब्रिटेन सरकार के प्रतिनिधि हैं. उनकी अगुवाई में फरवरी 2017 को मुंबई में हुए सीएपीए इंडिया एविएशन समिट में ब्रिटिश कम्पनियों ने हिस्सा लिया.
समझौता ज्ञापन के मुख्य बिंदु
• समझौते का उद्देश्य भारत और ब्रिटेन के बीच उड़ानों की संख्या पर प्रतिबंध को कम करना है.
• भारत से अभी तक केवल दिल्ली, चेन्नई एवं कोलकाता से उड़ाने जाती थीं जिसे समाप्त कर दिया गया है.
• इससे दोनों देशों के बीच व्यापार तथा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यात्री विमानों की संख्या बढाई जाएगी.
• इस समझौते के तहत ब्रिटेन के सभी स्थानों के लिए उड़ान सेवाएं बहाल की जायेंगी.
• समझौते के तहत सीमित ब्रिटिश विमान दूसरे देशों के लिए भारतीय हवाई अड्डों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं.
यह समझौता दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए किये जाने वाले समझौतों की सीरीज का एक भाग है. इसके अतिरिक्त किये गये अन्य समझौते हैं:
व्यापार करने में आसानी: दोनों देश एक-दूसरे को तकनीकी सहायता प्रदान करेंगे जिससे उनके मध्य होने वाले व्यापार में बढ़ोतरी तथा आसानी हो.
इसके अतिरिक्त व्यापार आरंभ करने, कर प्रशासन, नियामक व्यवस्थाएं, प्रतियोगी अर्थशास्त्र क्षेत्र में भी समझौते के तहत द्विपक्षीय सहयोग बनाये रखने की प्रतिबद्धता जताई गयी.

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