India's first Open Rock Museum: केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने 06 जनवरी 2022 को हैदराबाद में भारत के पहले ओपन रॉक संग्रहालय का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने ट्वीट किया कि जनता को समर्पित...यह रॉक संग्रहालय...भारत के प्राचीन इतिहास और विरासत में गहराई की एक कहानी कहता है. बकौल केंद्रीय मंत्री, भारत की आज़ादी के 75-वर्ष पूरे होने पर केंद्र सरकार देश में 75 विज्ञान संग्रहालय स्थापित करेगी.
Dedicated to public,India's first 'Rock' Museum at #Hyderabad. Ranging in age from 3.3 billion years to 55 million years, each of the fascinatingly beautiful pieces tells a story deeply embedded in India's ancient history and heritage. Must congratulate #CSIR #NGRI for it. pic.twitter.com/cIJVcj50on
— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) January 6, 2022
विज्ञप्ति में कहा गया कि ‘ओपन रॉक म्यूजिक’, कई कम ज्ञात तथ्यों के बारे में जनता को शिक्षित और सूचित करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है. इसमें भारत के विभिन्न हिस्सों से लगभग 35 विभिन्न प्रकार की चट्टानें हैं, जिनकी उम्र 3.3 अरब वर्ष से लेकर पृथ्वी के इतिहास के लगभग 5.5 करोड़ वर्ष तक है.
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने कहा कि ये चट्टानें पृथ्वी की सतह से 175 किलोमीटर की दूरी तक पृथ्वी के सबसे गहरे हिस्से का भी प्रतिनिधित्व करती हैं. उन्होंने कहा कि भूविज्ञान नए भारत में आत्मनिर्भरता और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है.
हैदराबाद के वैज्ञानिकों को संबोधित किया
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने देश के पहले ओपन रॉक म्युजियम का गुरुवार को उद्घाटन किया. इस दौरान जितेंद्र सिंह ने हैदराबाद के वैज्ञानिकों को संबोधित किया. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि केंद्र सरकार वैज्ञानिक स्वभाव को प्रोत्साहित करने को लेकर जल्द ही देश भर में विज्ञान संग्रहालय स्थापित करेगी. उन्होंने कहा कि भूविज्ञान नए भारत में आत्मनिर्भरता और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है.
आजादी का अमृत महोत्सव
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि सीएसआईआर का प्लेटिनम जयंती समारोह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गये आजादी का अमृत महोत्सव के साथ एक ही समय में होने जा रहा है. यह अगले 25 वर्षों के लिए सर्तकता के साथ यह बोध कराने की योजना बनाने का भी अवसर है कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी भारत के समावेशी विकास के लिए मुख्य विषय हैं.
कोरोना के खिलाफ जंग में बहुत बड़ा योगदान
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा सहित विज्ञान और प्रौद्योगिकी एसएंडटी के सभी छह विभागों और स्वायत्त संस्थानों ने टीके और जीनोम अनुक्रमण और अन्य प्रोटोकॉल के विकास के लिए अनुसंधान के माध्यम से कोविड-19 के खिलाफ जंग में बहुत बड़ा योगदान दिया है.
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