न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा ने 28 अगस्त 2017 को भारत के 45वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण की. उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गयी. वे 02 अक्टूबर 2018 को सेवानिवृत होंगे.
न्यायमूर्ति मिश्रा ने जे एस खेहर का स्थान लिया जिनकी सेवानिवृति 27 अगस्त 2017 को हुई.
इसके साथ ही दीपक मिश्रा ऐसे तीसरे मुख्य न्यायाधीश बने हैं जो ओडिशा के रहने वाले हैं. उनसे पहले न्यायधीश रंगनाथ मिश्रा एवं जीबी पटनायक भी ओड़िशा से रह चुके हैं.
मुख्य बिंदु
• न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा का जन्म 03 अक्टूबर 1953 को हुआ.
• 17 फरवरी 1996 में उन्हें ओडिशा हाई कोर्ट का अतिरिक्त जज नियुक्त किया गया.
• इसके बाद 3 मार्च 1997 में उनका स्थानांतरण मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में किया गया.
• वे 23 दिसंबर 2009 को पटना हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने और 24 मई 2010 को उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायधीश का कार्यभार संभाला.
• उन्हें 10 अक्टूबर 2011 को सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था.
• गौरतलब है कि 30 सितंबर को जस्टिस दीपक मिश्रा के नेतृत्व वाली पीठ ने ही श्याम नारायण चौकसे की याचिका पर फैसला सुनाते हुए देश के सभी सिनेमाघरों में फिल्म शुरू होने से पहले राष्ट्रगान चलाए जाने का आदेश दिया था.
• दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहते हुए उन्होंने 5 हजार से ज्यादा मामलों में फैसला सुनाया और लोक अदालतों को ज्यादा प्रभावशाली बनाने का काम किया.
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