Indo-Pacific Economic Framework: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने 23 मई 2022 को हिंद-प्रशांत व्यापार समझौते की शुरुआत की है. राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि भारत और जापान समेत 13 देशों ने इसमें हस्ताक्षर किए हैं. उन्होंने कहा कि यह समझौता क्षेत्र में हमारे करीबी दोस्तों एवं भागीदारों के साथ काम करने तथा आर्थिक प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने हेतु सबसे महत्वपूर्ण चुनौतियों के साथ काम करने की प्रतिबद्धता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इंडो-पैसेफिक इकनॉमिक फ्रेमवर्क इस क्षेत्र को ग्लोबल ग्रोथ का इंजन बनाने की हमारी सामूहिक इच्छाशक्ति की घोषणा करता है. उन्होंने का कि इस पहले के लिए मैं राष्ट्रपति जो बाइडेन को बहुत धन्यवाद देता हूं. उन्होंने कहा कि इंडो पैसेफिक क्षेत्र हमेशा से आर्थिक विकास का केंद्र रहा है.
व्हाइट हाउस ने क्या कहा?
व्हाइट हाउस ने कहा है कि नया हिंद-प्रशांत व्यापार समझौता आपूर्ति शृंखला, कर्मचारी सुरक्षा, डिजिटल व्यापार, स्वच्छ ऊर्जा और भ्रष्टाचार निरोधी प्रयासों सहित विभिन्न विषयों पर अमेरिका एवं एशियाई अर्थव्यवस्थाओं की अधिक निकटता से काम करने में सहायता करेगा.
आर्थिक विकास में योगदान
भारत ने हमेशा विश्व के आर्थिक विकास में योगदान दिया था और इंडो पैसेफिर क्षेत्र के कारोबार में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोक्यो में कहा कि भारत एक समावेशी फ्रेमवर्क के निर्माण के लिए आपके साथ मिलकर काम करना चाहते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि निरंतन सप्लाई चेन के लिए ट्रस्ट, ट्रांसपेरेंसी और टाइमलीनेस जैसे तीन मुख्य आधार होने चाहिए. उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि यह फ्रेमवर्क इन तीनों स्तंभों को मजबूत करने का काम करेगा.
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