प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त 2017 को स्वतंत्रता के बाद से अब तक के समस्त वीरता पुरस्कार विजेताओं के सम्मान में एक वेबसाइट लॉन्च की.
ट्वीट संदेशों की एक श्रृंखला के जरिये वेबसाइट http://gallantryawards.gov.in/ के शुभारंभ की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह पोर्टल हमारे सैन्य – असैन्य दोनों ही क्षेत्रों के शूरवीर पुरुषों और महिलाओं की गाथाओं को संरक्षित रखेगा और उसे लोगों को उपलब्ध कराएगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से लेकर अब तक के हमारे वीरता पुरस्कार विजेताओं की स्मृति में http://gallantryawards.gov.in/ लॉन्च की गई है.
प्रधानमंत्री ने कहा, यह पोर्टल हमारे सैन्य – असैन्य दोनों ही क्षेत्रों के शूरवीर पुरुषों और महिलाओं की गाथाओं को संरक्षित रखेगा और उसे लोगों को उपलब्ध कराएगा.
इस वेबसाइट पर कोई भी व्यक्ति वीरता पुरस्कार विजेताओं से सम्बंधित कोई सूचना/ फोटो जो अति महत्वपूर्ण है और जिसे पोर्टल में जोड़ा जा सकता है इसे वेबसाइट के फीडबैक लिंक के जरिये शेयर किया जा सकता है.
वीरता पुरस्कार
स्वतंत्रता के पश्चात, भारत सरकार द्वारा 26 जनवरी, 1950 को प्रथम तीन वीरता पुरस्कार अर्थात परम वीर चक्र, महावीर चक्र और वीर चक्र प्रारंभ किए गए थे, जिन्हें 15 अगस्त, 1947 से प्रभावी माना गया था.
• भारत सरकार द्वारा दिनांक 04 जनवरी 1952 को अन्य तीन वीरता पुरस्कार अर्थात अशोक चक्र श्रेणी – I, अशोक चक्र श्रेणी-II और अशोक चक्र श्रेणी-III प्रारंभ किए गए थे जिन्हें 15 अगस्त, 1947 से प्रभावी माना गया था.
• इन पुरस्कारों को जनवरी 1967 में क्रमशः अशोक चक्र, कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र के रूप में पुनः नाम दिया गया था.
• ये वीरता पुरस्कार वर्ष में दो बार घोषित किए जाते हैं – गणतंत्र दिवस के अवसर पर और फिर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर.
• इन पुरस्कारों का वरीयता क्रम परमवीर चक्र, अशोक चक्र, महावीर चक्र, कीर्ति चक्र, वीर चक्र और शौर्य चक्र है.
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