Sudan Prime Minister resigns: सूडान के प्रधानमंत्री अब्दुल्ला हमदोक ने सैन्य तख्तापलट के बाद पैदा हुए राजनीतिक गतिरोध और व्यापक लोकतंत्र समर्थक विरोध के बीच 02 जनवरी 2022 को अपने पद से इस्तीफे देने की घोषणा कर दी. संयुक्त राष्ट्र के पूर्व अधिकारी हमदोक को सूडान की सत्ता हस्तांतरण सरकार में आमजन का एक चेहरा माना जाता था.
अक्टूबर 2021 में सेना द्वारा किए गए तख्तापलट के बाद एक समझौते के तहत उन्हें उनके पद पर दोबारा नियुक्त किया गया था. उस समय वह अपने मंत्रिमंडल का गठन करने में नाकाम रहे थे और अब उनके इस्तीफे ने सूडान को सुरक्षा एवं आर्थिक चुनौतियों के बीच राजनीतिक अनिश्चितता में डाल दिया है.
दरअसल, सूडान में हाल ही में सैन्य तख्तापलट हुआ था और अब्दुल्ला हमदोक को अपदस्थ कर सेना ने सत्ता अपने हाथ में ले ली थी. हालांकि, बाद में सैन्य अधिकारी अब्दुल्ला हमदोक को प्रधानमंत्री पद पर बहाल करने पर तैयार हो गए थे. बहरहाल, इस समझौते को लोकतंत्र समर्थक आंदोलनकारियों ने खारिज कर दिया था और बदलाव के साथ पूर्ण रूप से एक अलग सरकार की मांग की है.
Sudanese Prime Minister Abdalla Hamdok announced his resignation, six weeks after being reinstated as part of a political agreement with the military following a coup https://t.co/VLRD5WLsGc pic.twitter.com/HN1u2xbTu7
— Reuters (@Reuters) January 3, 2022
राजनीतिक गतिरोध एक बड़ा संकट
प्रधानमंत्री ने कहा कि राजनीतिक ताकतों के बीच बढ़ती खाई को पाटने और विवादों को निपटाने के उनके प्रयास विफल रहे. उन्होंने आगाह किया कि सैन्य तख्तापलट के बाद से जारी राजनीतिक गतिरोध एक बड़ा संकट बन सकता है और यह देश की पहले से ही संकटग्रस्ट अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकता है.
अक्टूबर में हुआ था सैन्य तख्तापलट
सूडान में 25 अक्टूबर को सैन्य तख्तापलट हुआ था. इसके बाद सरकारी अधिकारियों और नेताओं को गिरफ्तार किया गया था. सैन्य तख्तापलट के बाद राजधानी खार्तूम की सड़कों पर, सुरक्षा बलों ने राष्ट्रपति भवन की ओर मार्च कर रहे प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे जो सेना की राजनीति से पूरी तरह से वापसी की मांग कर रहे थे.
25 अक्टूबर से, जब सेना ने आपातकाल की स्थिति घोषित की और नागरिक नेतृत्व को भंग कर दिया, तख्तापलट के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों में कम से कम 40 लोग मारे गए. इसके बाद एक समझौते के अंतर्गत अब्दल्ला की सत्ता में वापसी हुई थी. इस दौरान अब्दल्ला हमदोक ने कहा था कि वे हिंसा रोकने के लिए ही इस समझौते पर राजी हुए हैं. लेकिन एक बार फिर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई हिंसा के बाद अब्दल्ला ने इस्तीफा दे दिया.
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