शशांक मनोहर 12 मई 2016 को सर्वसम्मति से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए.
शशांक मनोहर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद शासी निकाय के प्रथम निर्वाचित स्वतंत्र अध्यक्ष है. मनोहर के निर्विरोध चुने जाने के बाद तत्काल प्रभाव से उन्होंने पदभार संभाल लिया. वह दो साल की अवधि तक इस पद पर अपनी सेवाएँ बोर्ड को देंगे.
उन्होंने 10 मई 2016 को भारत क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया.
चुनाव से पूर्व आईसीसी ने संवैघानिक संशोधनों के बाद प्रेसीडेंट का पद समाप्त कर दिया था और नई स्थिति को समायोजित करने हेतु संवैधानिक संशोधनों को मंजूरी प्रदान कर दी.
2016 में एडिनबर्ग में आईसीसी के वार्षिक सम्मेलन में किए गए संशोधन भी अध्यक्ष पद की प्रक्रिया में शामिल थे.
संशोधित व्यवस्था के अनुसार आईसीसी प्रमुख किसी क्रिकेट बोर्ड का पदाधिकारी नहीं हो सकता.
शशांक मनोहर सर्वसम्मति से कैसे निर्वाचित किए गए-
• प्रत्येक आईसीसी निर्देशक को 23 मई 2016 तक एक उम्मीदवार मनोनीत करने के लिए अनुमति दी गई; उम्मीदवार या तो वर्तमान या पूर्व आईसीसी निदेशक होना चाहिए.
• नामांकित व्यक्ति तभी चुनाव लड़ने के लिए पात्र होगा जब कम से कम दो या उससे अधिक पूर्ण सदस्य निर्देशक ने उसका समर्थन किया हो.
• इस पद के लिए मनोहर एकमात्र नामांकित व्यक्ति थे. बोर्ड ने सर्वसम्मति से उनकी नियुक्ति का समर्थन किया.
• लेखा परीक्षा समिति के स्वतंत्र अध्यक्ष, अदनान जैदी ने चुनाव प्रक्रिया की अध्यक्षता की और सफल उम्मीदवार के रूप में मनोहर की घोषणा की.
शशांक मनोहर ने बीसीसीआई अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया
आईसीसी की पूर्ण परिषद के बारे में-
• आईसीसी की पूर्ण परिषद में 10 पूर्ण सदस्य, 38 एसोसिएट सदस्य और 57 सम्बद्ध सदस्य जो सामूहिक रूप से पांच क्षेत्रीय सहयोगी सदस्य के प्रतिनिधियों का प्रतिनिधित्व करते हैं, शामिल हैं.
• अध्यक्ष की भूमिका की मानद है.
शशांक मनोहर के बारे में-
वह एक प्रमुख भारतीय वकील हैं, उन्होंने 2008 -2011 तक बीसीसीआई के अध्यक्ष पद पर कार्य किया. जगमोहन डालमिया के निधन के बाद, वह अक्टूबर 2015 में बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में फिर से निर्वाचित किए गए.
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