टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 29 सितम्बर 2020 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से एंटी-एयरफील्ड वेपन और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
रक्षा मंत्रालय ने 2,290 करोड़ रुपये के सैन्य उपकरणों की खरीद को मंजूरी दी
रक्षा खरीद संबंधी निर्णय लेने वाली रक्षा मंत्रालय की सर्वोच्च समिति रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) की बैठक में इन खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दी गई. रिपोर्ट के अनुसार, डीएसी ने जिन उपकरणों और हथियारों की खरीद को मंजूरी दी है उनमें राइफलों के अलावा वायुसेना एवं नौसेना के लिए करीब 970 करोड़ रुपये में एंटी-एयरफील्ड वेपन (एसएएडब्ल्यू) प्रणाली शामिल हैं.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि नई रक्षा खरीद प्रक्रिया में मेक इन इंडिया के तहत घरेलू रक्षा कंपनियों को ताकत देने की पूरी व्यवस्था की गई है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के विजन के अनुरूप है. इसका मुख्य लक्ष्य भारत को रक्षा क्षेत्र में एक वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब बनना है.
प्रधानमंत्री मोदी ने नमामि गंगे मिशन के तहत उत्तराखंड में शुरू की 6 परियोजनाएं
प्रधामंत्री ने इस मौके पर कहा कि आज मां गंगा की निर्मलता को सुनिश्चित करने वाले 6 प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं. जल जीवन मिशन भारत के गांवों में हर घर तक साफ पानी पहुंचाने का एक बहुत बड़ा अभियान है. इस मिशन का लोगो लोगों को पानी की हर एक बूंद को बचाने की प्रेरणा देगा.
पीएम ने बताया कि केवल एक साल में दो करोड़ परिवारों तक पीने का साफ पानी पहुंचाया है. उत्तराखंड में सिर्फ एक रुपये में पीने के पानी का कनेक्शन दिया जा रहा है. साल 2022 तक उत्तराखंड के सभी घरों तक पीने के पानी का कनेक्शन पहुंच जाएगा. उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन ग्राम स्वराज मिशन को भी मजबूत करता है.
केंद्र सरकार ने NIA की इम्फाल, चेन्नई और रांची में नई शाखाएं खोलने की दी मंजूरी
एनआईए के अनुसार, इस निर्णय से आतंकवाद रोधी जांच एजेंसी को संबंधित राज्यों में किसी भी उभरती हुई स्थिति को लेकर जल्दी प्रतिक्रिया देने में मदद मिलेगी. यह फैसला एनआइए की आतंकवाद से संबंधित मामलों और अन्य राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी मुद्दों की जांच क्षमता को मजबूत करेगा. एनआईए की अतिरिक्त शाखाओं की स्थापना से एजेंसी आतंकवाद के खिलाफ लड़ने में पहले से अधिक सक्षम हो सकेगी.
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) भारत में आतंकवाद का मुकाबला करने हेतु भारत सरकार द्वारा स्थापित एक संघीय जाँच एजेंसी है. यह केन्द्रीय आतंकवाद विरोधी कानून प्रवर्तन एजेंसी के रूप में कार्य करती है. एजेंसी राज्यों से विशेष अनुमति के बिना राज्यों में आतंक संबंधी अपराधों से निपटने हेतु सशक्त है.
चीन में अब ब्यूबोनिक प्लेग का खतरा, जानें यह कैसे फैलता है?
चीन में कोरोना वायरस के बाद अब ब्यूबोनिक प्लेग फैल गया है. इससे देश के दक्षिणी-पश्चिमी हिस्से में आपातकाल लगा दिया गया है. बताया जा रहा है कि एक तीन साल का बच्चा प्लेग की चपेट में आ गया है. यह बच्चा चीन के यून्नान प्रांत के मेंघाई काउंटी का रहने वाला है. चीन में 21 सितम्बर को प्लेग के फैलने का मामला सामने आया था.
ब्यूबोनिक प्लेग एक अत्यधिक संक्रामक और घातक बीमारी है जो ज्यादातर रोडेंट्स (Rodents) से फैलता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के अनुसार यह बीमारी बैक्टीरिया यर्सिनिया पेस्टिस के कारण होती है, जो आम तौर पर छोटे स्तनधारियों और उनके पिस्सू में पाए जाने वाले एक जूनोटिक जीवाणु होते हैं. इसमें रोग के लक्षण एक से सात दिनों के बाद दिखाई देते हैं.
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