केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 29 अक्टूबर, 2020 को अपनी बैठक में भारत और कंबोडिया के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर करने को मंजूरी दी है. इस समझौता ज्ञापन पर स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में सहयोग पर हस्ताक्षर किए गए हैं.
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, यह समझौता ज्ञापन स्वास्थ्य के क्षेत्र में संयुक्त पहल और प्रौद्योगिकी के विकास के माध्यम से भारत और कंबोडिया के बीच सहयोग को बढ़ावा और प्रोत्साहन देगा.
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान में यह कहा गया है कि, यह समझौता दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेगा. यह उस तारीख से प्रभावी हो जाएगा जिस दिन इस समझौते पर इन दोनों देशों के हस्ताक्षर होंगे है और उस दिन से यह समझौता आने वाले 5 वर्षों तक लागू रहेगा.
भारत और कंबोडिया के बीच सहयोग के मुख्य क्षेत्र
भारत और कंबोडिया के बीच हुए इस समझौता ज्ञापन में स्वास्थ्य के क्षेत्र के निम्नलिखित प्रमुख मुद्दों को विशेष रूप से शामिल किया गया है:
- परिवार नियोजन
- मां और बच्चे का स्वास्थ्य
- टीबी और एचआईवी/ एड्स
- तकनीकी हस्तांतरण
- ड्रग्स और फार्मास्यूटिकल्स
- रोग नियंत्रण
- सार्वजनिक स्वास्थ्य और महामारी विज्ञान
- चिकित्सा अनुसंधान और विकास
समझौता ज्ञापन में सहयोग के अन्य क्षेत्र
भारत और कंबोडिया के बीच हुए इस समझौता ज्ञापन के तहत स्वास्थ्य के क्षेत्र के कुछ अन्य विषय भी शामिल होंगे, जिनके लिए भारत और कंबोडिया के संबद्ध विभागों की मंजूरी लेनी होगी. इन प्रमुख स्वास्थ्य क्षेत्रों में निम्नलिखित शामिल हैं:
- सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र में स्वास्थ्य जनशक्ति (मैन पावर) विकास
- चिकित्सा शिक्षा
- पैरा-क्लिनिकल, नैदानिक और प्रबंधन कौशल में प्रशिक्षण
- ऐसा कोई भी विकास/ कार्य कंबोडिया की राष्ट्रीय आचार समिति की मंजूरी और संबंधित भारतीय विभाग या मंत्रालय द्वारा मंजूरी के अधीन होगा.
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