केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने 25 अक्टूबर 2016 को राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम (भारत) लिमिटेड और केंद्रीय लोकनिर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया.
यह समझौता नई दिल्ली में आम पूल आवासीय निवास (जीपीआरए) कॉलोनियों के पुनर्विकास के लिए किया गया है.
समझौते की विशेषताएं:
• एनबीसीसी सरोजिनी नगर, नेताजी नगर, नौरोजी नगर को फिर से विकसित करेगा जबकि सीपीडब्ल्यूडी कस्तूरबा नगर, त्यागराज नगर, श्रीनिवासपुरी और मोहम्मदपुर का पुनर्विकास करेगा.
• परियोजना की कुल अनुमानित लागत 32835 करोड़ रुपये है. इसमें 30 वर्षों तक का रखरखाव और संचालन लागत शामिल भी है.
• एनबीसीसी को दिए गए काम की लागत 24682 करोड़ रुपये होगी जबकि सीपीडब्ल्यूडी की 7793 करोड़ रुपये.
• परियोजना के हिस्से के तौर पर एनबीसीसी नौरोजीनगर में 8.07 लाख वर्ग मीटर और सरोजनी नगर के कुछ हिस्सों के व्यावसायिक निर्मित क्षेत्र (बीयूए) की बिक्री कर स्व– वित्तपोषण के आधार पर परियोजना का कार्यान्वयन करेगी.
• परियोजना के तहत, मौजूदा 12970 मकानों के स्थान पर करीब 25667 रिहायशी इकाईयां बनाई जाएंगी. इनमें समाज में रहने हेतु आवश्यक बुनियादी सुविधाओं की भी व्यवस्था होगी.
• परियोजना का कार्य चरणबद्ध तरीके से पांच वर्षों में पूरा किया जाएगा.
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