Russian Elections 2021: व्लादिमीर पुतिन की सत्तारूढ़ यूनाइटेड रशिया पार्टी ने तीन दिवसीय चुनाव के बाद रूसी संसद में अपना बहुमत बरकरार रखा है, जोकि अधिकांश विपक्षी राजनेताओं को इस चुनाव में भाग लेने से रोक दिए जाने के बाद, इस चुनाव प्रक्रिया पर विभिन्न नियमों के उल्लंघन के आरोप लगाये गये थे.
अधिकांश मतपत्रों की गिनती के साथ, रूसी चुनाव आयोग ने यह घोषणा की है कि, यूनाइटेड रशिया पार्टी ने संसद के निचले सदन में लगभग दो-तिहाई बहुमत बरकरार रखते हुए तकरीबन 50% वोट हासिल किए हैं.
हालांकि उक्त पार्टी ने रूसी संसद में अपना बहुमत बरकरार रखा लेकिन वर्ष, 2016 के संसदीय चुनाव की तुलना में, इसने इस बार अपने समर्थन का पांचवां हिस्सा खो दिया, तब इस पार्टी ने 54 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल किए थे.
इन चुनावों को करीब से देखा गया क्योंकि ये चुनाव वर्ष, 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए महत्वपूर्ण होंगे. स्थानीय चुनावों के अनुसार, पुतिन अभी भी रूस में एक लोकप्रिय व्यक्ति/ नेता बने हुए हैं, कई नागरिकों ने उन्हें पश्चिम के खिलाफ़ मजबूती से खड़े होने और राष्ट्रीय गौरव को बहाल करने का श्रेय दिया है.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन वर्ष, 1999 से रूस में राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री के रूप में सत्तारूढ़ हैं.
रूसी संसदीय चुनाव परिणाम: मुख्य विशेषताएं
- केंद्रीय चुनाव आयोग के अनुसार, संयुक्त रूस के उम्मीदवार लगभग 199 सीटों पर आगे चल रहे थे. दूसरी ओर यूनाइटेड रशिया के आंद्रेई तुर्चक ने कहा कि, उनकी पार्टी ने पार्टी की सूची से 120 सीटें और 195 एकल-जनादेश सीटों पर कब्जा कर लिया है.
- अगर पार्टी 315 सीटों पर जीत हासिल करती है, तो उन्हें विधायिका की दो-तिहाई से अधिक सीटों पर जीत हासिल होगी.
- ये चुनाव परिणाम रूसी संसद में विपक्ष की कोई आवाज नहीं होने का संकेत देते हैं. इन चुनावों में सबसे निकटतम प्रतिद्वंद्वी कम्युनिस्ट पार्टी थी, जिसने लगभग 20 प्रतिशत वोट हासिल किए हैं.
- इस बार अधिकांश प्रमुख विपक्षी नेताओं को चुनाव में भाग लेने से रोक दिया गया था.
- कैद में विपक्ष के नेता एलेक्सी नवलनी और उनसे संबंधित विभिन्न संगठनों को उग्रवादी/ चरमपंथी घोषित कर दिया गया और चुनाव में भाग लेने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.
एलेक्सी नवलनी के बारे में
एलेक्सी नवलनी रूस के एक विपक्षी नेता और भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता हैं, जिन्हें जनवरी, 2021 में जर्मनी से लौटने पर रूसी हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था, जहां उन्हें साइबेरिया में सोवियत युग के नर्व एजेंट नोविचोक द्वारा पिछली गर्मियों में कथित तौर पर जहर दिए जाने के बाद इलाज मिल रहा था.
यूरोपीय संघ, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका ने वरिष्ठ रूसी अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाकर रूस की इस कार्रवाई का जवाब दिया था.
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