विश्व बैंक के बोर्ड ऑफ़ एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर्स ने दिसंबर 2016 में बिहार ग्रामीण सड़क परियोजना के विकास हेतु 235 मिलियन अमेरिकी डॉलर की सहायता राशि मंजूर की.
इस परियोजना का उद्देश्य बिहार की ग्रामीण सड़कों का विकास करना है. राज्य में सड़कों के विकास से समय एवं धन दोनों की बचत होगी. इससे बेहतर अनुबंध के तरीकों को विकसित करके समय और लागत के व्यय में सुधार किया जा सकेगा.
इस राशि से मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत आने वाली 2500 किलोमीटर की सड़क बनाने में सहयोग मिलेगा.
इस परियोजना में शामिल सड़कों को लागत प्रभावी डिजाईन से तैयार किया जायेगा तथा इसमें इंजीनियरिंग के बेहतर प्रयोगों का इस्तेमाल किया जायेगा.
परियोजना के मुख्य बिंदु
• इस परियोजना के पूरा होने पर 1.2 मिलियन लोग इन सड़कों का लाभ उठा सकेंगे. इनमें से अधिकतर लोग निर्धन हैं जिन्हें इन सड़कों का लाभ मिलेगा.
• इस परियोजना से लाभान्वित होने वाले 30 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा से निचे रहते हैं तथा इनमें से 48 प्रतिशत महिलाएं हैं.
• ग्रामीण सड़क निर्माण एवं मरम्मत कार्य के तहत 20 मिलियन लोगों को रोज़गार प्राप्त होगा.
• इस परियोजना में जलवायु को हानि न पहुचाने वाले पदार्थो तथा कॉस्ट-इफेक्टिव डिजाईन उपयोग किये जायेंगे.
• सड़कों के निर्माण के लिए स्थानीय पदार्थ तथा स्थानीय औद्योगिक उत्पादों का उपयोग किया जायेगा.
• इसमें बाढ़ के बाद खेतों में जमा होने वाली गाद का उपयोग किया जायेगा. अनुमान लगाया जा रहा है कि इन उपायों से सड़क निर्माण के खर्च में 25 प्रतिशत की कमी आएगी.
बिहार ग्रामीण निर्माण विभाग जलवायु अनुकूलता के अनुसार सड़कों के निर्माण के लिए अध्ययन करेगा. विभाग द्वारा बाढ़ तथा आपदा प्रबंधन के तरीकों पर विशेष ध्यान दिया जायेगा जिससे सड़कों को सभी प्रकार के मौसम एवं प्रभावों को झेलने के लिए सक्षम बनाया जा सके.
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