अंटार्कटिक में भारत का तीसरा स्थायी स्टेशन भारती के निर्माण का प्रथम चरण का कार्य 7 अगस्त 2011 को पूरा हो गया. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अनुसार स्थायी स्टेशन भारती की मदद से भूकंप संबंधी हलचलों, जलवायु परिवर्तन, ध्रुवीय क्षेत्र में समुद्री पारिस्थितिकी और चिकित्सा के क्षेत्र में शोध किया जाना है.अंटार्कटिक स्टेशन भारती का निर्माण राष्ट्रीय अंटार्कटिक एवं समुद्री शोध केंद्र (NCAOR: National Centre for Antarctic and Ocean Research) गोवा के द्वारा किया जा रहा है.
अंटार्कटिक के लार्समैन हिल में स्थित भारत के स्थायी स्टेशन भारती में 35 वैज्ञानिक एवं 10 कर्मचारी के रहने की क्षमता है. इसके निर्माण कार्य के दूसरे चरण का काम सितम्बर 2011 में खत्म होना है, जबकि भारती को मार्च 2012 तक पूरी तरह बना लिया जाना है, और उसके तहत शोध कार्य प्रारंभ करना है.
ज्ञातव्य हो कि अंटार्कटिक क्षेत्र में इससे पहले भारत ने दो स्टेशन स्थापित किए हैं. इनमें पहला दक्षिण गंगोत्री और दूसरा मैत्री है. दक्षिण गंगोत्री की स्थापना 1984 में की गई थी जबकि मैत्री की 1989-90 में की गयी थी.
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