एक अध्ययन के अनुसार अश्वगंधा पाउडर और सिद्ध मकरध्वज गठिया (संधिवात) रोग के इलाज में प्रभावी हैं.यह अध्ययन अखिल भारतीय संस्थान (एम्स) द्वारा किया गया.
अध्ययन की पुष्टि 2 अप्रैल 2015 को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान जर्नल द्वारा प्रकाशित ‘एफिकेसी एंड सेफ्टी इवोल्युशन ऑफ़ अयुर्वेदिक ट्रीटमेंट(अश्वगंधा चूर्ण और सिद्ध मकरध्वज)’ अंक में की गई.
अध्ययन
अध्ययन के तहत 125 गठिया रोगियों पर परीक्षण किया गया. अध्ययन में 5 ग्राम अश्वगंधा पाउडर दिन में दो बार गुनगुने दूध या पानी के साथ चार हफ़्तों तक दिया गया.
फिर अगले चार हफ्तों तक प्रतिदिन 100 मिग्रा मकरध्वज शहद के साथ रोगियों को दिया गया.
निष्कर्ष
परीक्षण में यह पाया गया की इन जड़ीबूटियों का गुर्दे और यकृत पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता.
उपचार के बाद मूत्र में पारे के स्तर में भी वृद्धि पाई गई.
अश्वगंधा चूर्ण अश्वगंधा नामक पौधे से प्राप्त किया जाता है.
जबकि सिद्ध मकरध्वज हर्बल और खनिज सामग्री से तैयार किया जाता है.यह शुद्ध पारा, सल्फर और सोने से बना एक उत्पाद है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation