मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की अध्यक्षता में आंध्र प्रदेश मंत्रिमंडल ने 1 अप्रैल 2015 को अमरावती को राज्य की नई राजधानी बनाये जाने की मंजूरी प्रदान की. नई राजधानी विजयवाड़ा-गुंटुर क्षेत्र में बनेगी. अमरावती की ऐतिहासिकता, अध्यात्म और पौराणिक महत्व को देखते हुए इसे राजधानी बनाने का फैसला किया गया.
इसके अलावा, आंध्र प्रदेश मंत्रिमंडल ने सिंगापुर सरकारी एजेंसियों और नई औद्योगिक नीति के द्वारा तैयार मास्टर प्लान के पहले चरण को मंजूरी दे दी, जो राज्य के औद्योगीकरण को गति प्रदान करेगा.
अमरावती के बारे में
- अमरावती आन्ध्र प्रदेश के गुंटूर ज़िले में कृष्णा नदी के तट पर स्थित है. यह नगर सातवाहन राजाओं के शासनकाल में हिन्दू संस्कृति का केन्द्र था. यह 400 वर्षों तक यह सातवाहनों की राजधानी रही.
- अमरावती का नाम भगवान अमरेश्वर के नाम पर पड़ा. इसे दक्षिण के काशी के नाम से भी जाना जाता है.
- इसका प्राचीन नाम धान्यघट या धान्यकटक अथवा धरणिकोट है.
- यह स्थान बौद्ध और जैन धर्म का प्रमुख केंद्र है.
- यह विकास हेतु केंद्र सरकार द्वारा चुने गए देश के 12 विरासत शहरों में से एक है.
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