25 अक्टूबर 2010 को इंडोनेशिया के शहर सुमात्रा के पश्चिम में मेंटावई द्वीप पर 7.7 की रिक्टर तीव्रता का भूकंप आया और 10 मिनट के भीतर आसपास के समुद्री क्षेत्रों में सुनामी आ गया. इसमें 272 लोगों के मारे जाने और 412 के लापता होने की पुष्टि की गई. इंडोनेशिया के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार समुद्र में करीब 10 फीट ऊंची सुनामी की लहरें उठीं, जिससे पगाई, सिलाबू द्वीप क्षेत्र और मेंटावई द्वीप श्रृंखला के कुछ हिस्से को भारी क्षति पहुंची. भूकंप आने और ज्वालामुखी फटने की संभावना के मद्देनजर इंडोनेशिया को दुनिया के सर्वाधिक संवेदनशील स्थानों में गिना जाता है. वर्ष 2009 में पडांग में आए भूकंप में करीब 1100 लोगों की मौत हुई थी.
26 दिसंबर 2004 में भी इसी क्षेत्र में रिक्टर पैमाने पर 9.1 तीव्रता का भूकंप आया था. जिसकी वजह से हिंद महासागर में आई भीषण सुनामी ने करीब आधा दर्जन देशों में भारी तबाही मचाई थी. अकेले इंडोनेशिया में इससे लगभग 1 लाख 70 हजार लोगों की मौत हो गई थी. भारत में भी 10 हजार से ज्यादा जानें गई थी.
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