जाने माने अर्थशास्त्री और गांधीवादी विचारक एलसी जैन का दिल्ली में 14 नवंबर 2010 को निधन हो गया. 85 वर्षीय एलसी जैन राज्य नियंत्रित अर्थव्यवस्था के खिलाफ़ थे. उनके द्वारा किए गए सामाजिक-आर्थिक संतुलन के प्रयासों के लिए उन्हें वर्ष 1989 का रमन मैग्सेसे पुरस्कार (लोक सेवा के क्षेत्र में) दिया गया था.
एलसी जैन दक्षिण अफ्रीका में भारत के उच्च आयुक्त (हाई कमिश्नर) भी रहे और वर्ष 1989-90 के दौरान योजना आयोग के सदस्य भी थे. भारतीय सहकारी संघ और अखिल भारतीय हस्तशिल्प बोर्ड की स्थापना में एलसी जैन का महत्वपूर्ण योगदान था और वह इन दोनों संस्थाओं के सचिव भी थे. भारतीय सहकारी संघ के तहत सेन्ट्रल कॉटेज इंडस्ट्रीज इम्पोरियम और सुपर बाजार सहकारी दुकान की स्थापना में भी इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही.
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