भारतीय उर्वरक निगम (एफसीआईएल) ने कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल), गेल इंडिया लिमिटेड तथा राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (आरसीएफ) के साथ एक समझौता पत्र पर 5 सितम्बर 2013 को हस्ताक्षर किए. इस समझौते के तहत ओडीशा में तालचेर यूरिया संयंत्र का पुनरूत्थान किया जाना है.
समझौते से संबंधित मुख्य तथ्य
• फर्टीलाइजर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की तालचेर इकाई का पुनरूत्थान आरसीएफ, सीआईएल, गेल तथा एफसीआईएल द्वारा मिलकर 8000 करोड़ रुपये की लागत से किया जाना है.
• इसके लिए गेल ने कोल-गैस तकनीक मुहैया कराने वालों के लिए निविदा भी आमंत्रित की हैं.
• आरसीएफ ने अमोनिया-यूरिया संयंत्र हेतु निविदा आमंत्रित की हैं.
• इस परियोजना से आयातित यूरिया पर निर्भरता कम होनी है और देश में उपलब्ध फीडस्टाक का भी उपयोग होना है. ऐसी उम्मीद है कि इस संयंत्र द्वारा वर्ष 2017 तक उत्पादन शुरू किया जाना है.
विदित हो कि पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय में सचिव, विवेक राय, कोयला मंत्रालय में सचिव एस के श्रीवास्तव, उर्वरक विभाग में सचिव सुधीर मित्तल तथा भारतीय उर्वरक निगम में अध्यक्ष, प्रबंध निदेशक सतीश चन्द्र, आरसीएफ के अध्यक्ष प्रबंध निदेशक आर जी राजन, गेल में सीएमडी बी सी त्रिपाठी और सीआईएल के अध्यक्ष प्रबंध निदेशक एस नरसिंह भी इस अवसर पर मौजूद थे.
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