केंद्र सरकार ने कुशल श्रम शक्ति के लिए रोजगार सृजित करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय कौशल प्रमाणन तथा नक़द पुरस्कार योजना शुरू की. वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने 16 अगस्त 2013 को नई दिल्ली में एक समारोह में इसका शुभारम्भ किया. इस योजना से अगले 12 महीनों में 10 लाख रोजगार सृजित होनी है. पी चिदंबरम ने राष्ट्रीय कौशल प्रमाणन तथा नक़द पुरस्कार योजना को देश में अब तक शुरू की गई प्रमुख महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक बताया.
वर्ष 2004-05 और 2009-10 के बीच देश में 2 करोड़ रोजगार का सृजन हुआ. बेरोजगारी में कमी आई और ये 8.3 तीन प्रतिशत से घटकर 6.6 प्रतिशत पर आ गई. देश की रोजगार के अवसर सृजित करने की क्षमता वर्ष 2005 में 2 करोड़ 60 लाख 50 हजार से बढ़कर वर्ष 2011 में 2 करोड़ 90 लाख हो गई. वित्तमंत्री ने इस अवसर पर विश्व कौशल प्रतियोगिता के तीन पदक विजेताओं को भी सम्मानित किया.
योजना से संबंधित मुख्य तथ्य
• इसके तहत प्रत्येक वर्ष गरीब परिवारों के 3 लाख युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें रोजगार मुहैया कराया जाना है.
• ये योजना सार्वजनिक और निजी तथा सार्वजनिक भागीदारी के जरिए चलाई जानी है.
• लाभार्थियों को नक़द प्रत्यक्ष अंतरण के माध्यम से लाभ प्राप्त होना है.
• इस योजना से अगले 12 महीनों में 10 लाख रोजगार सृजित होनी है.
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) का शुभारम्भ 21 अक्टूबर 2009 को किया गया था. यह संस्था निजी तथा सरकारी क्षेत्र की साझेदारी में चलने वाली अपने तरह की एकमात्र संस्था है जिसे ये दिशा-निर्देश दिए गए हैं की वो वर्ष 2022 तक 50 करोड़ श्रमिको को कुशल बनाने का जो लक्ष्य रखा गया है. राष्ट्रीय कौशल विकास निगम वित्त मंत्रालय के अंतर्गत बिना मुनाफे के कार्य करने वाली एक संस्था है जिसकी स्थापना कम्पनी एक्ट 1956 के सेक्शन 25 के तहत की गई. इस संस्था में निजी तथा सरकारी साझेदारी क्रमशः 51 प्रतिशत तथा 49 प्रतिशत है. वित्त मंत्रालय के साथ-साथ प्रमुख औद्योगिक संगठनों ने भी इस संस्था की शुरूआती पूँजी में अपना योगदान किया.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation