केंद्र सरकार ने 24 जून 2015 को सोनीपत स्थित हसनपुर गांव में भारत की पहली अत्याधुनिक आंगनवाड़ी का उद्घाटन किया. इस केंद्र का उद्घाटन केंद्रीय महिला बाल विकास मंत्री मेनका गांधी द्वारा किया गया.
इस केंद्र की स्थापना नन्द घर योजना के तहत आंगनवाड़ी केन्द्रों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के तहत की गयी.
इस केंद्र का निर्माण निजी खनन कंपनी वेदांत के साथ मिलकर 12 लाख रुपये के खर्च से किया गया है. केंद्र नवीनतम सुविधाओं से युक्त है तथा यहां दिन में करीब 50 बच्चे रह सकेंगे.
इसके अतिरिक्त, केंद्र को नेशनल बिल्डिंग्स कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन लिमिटेड (एनबीसीसी) द्वारा किया गया है. 780 स्क्वायर फीट में बना यह केंद्र 50 बच्चों की प्रतिदिन देख रेख के लिए पर्याप्त है.
यह केंद्र यूनिसेफ द्वारा शिक्षण सहायतार्थ आरम्भ किया गया है जिसका उद्देश्य बच्चों का विकास तथा उन्हें शिक्षा सुविधा प्रदान करना है. इस योजना के तहत 0-6 वर्ष तक के बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक भोजन प्रदान किया जाता है ताकि उन्हें कुपोषण जैसी बीमारियों से बचाया जा सके.
अत्याधुनिक केन्द्रों की स्थापना
आंगनवाड़ी केन्द्रों की स्थापना महिला बाल विकास मंत्रालय द्वारा वर्ष 1975 में की गयी. इस समय भारत में 13.4 लाख आंगनवाड़ी केंद्र कार्यरत हैं.
आईसीडीएस योजना के तहत एक अत्याधुनिक आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चों, महिलाओं, रसोई, स्टोर तथा बच्चों के खेलने के लिए अलग-अलग स्थान निर्धारित होने चाहिए.
हाल ही में हुए सरकारी ऑडिट में यह पाया गया कि एक केन्द्रों में साफ़ सफाई की बेहद कमी है. इसके अतिरिक्त बहुत से केंद्र पेड़ों के नीचे, खुले में, टूटी इमारतों तथा अस्थायी ढांचों में कार्यरत पाए गए.
इसलिए देश भर में इस तरह के 4000 नंद घर स्थांपित किये जायेंगे जिनमें बच्चोंय के स्व स्थय विकास में योगदान देने वाली सभी सुविधाएं मौजूद होंगी.
Now get latest Current Affairs on mobile, Download # 1 Current Affairs App
Comments
All Comments (0)
Join the conversation