नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन(नासा) के क्योरोसिटी रोवर ने मंगल ग्रह की सतह पर नाइट्रोजन के साक्ष्य प्राप्त किए हैं. इस खोज से मंगल ग्रह पर जीवन योग्य वातावरण होने की सम्भावना बढ़ गई है.
खोज की पुष्टि की सूचना नासा ने 24 मार्च 2015 को अपनी वेबसाइट के माध्यम से दी.
यह खोज वैज्ञानिकों की एक टीम ने रोवर में सलंग्न सैंपल एनालिसिस एट मार्स नामक उपकरण की मदद से की.
नाइट्रोजन की प्राप्ति नाइट्रिक ऑक्साइड के रूप में हुई है जो मगंल ग्रह के अवसादों को गर्म करने से प्राप्त हुई.
इस खोज का महत्व इसलिए है क्योंकि की जीवन प्रक्रिया को नियंत्रित करने वाले आरएनए और डीएनए के निर्माण में नाइट्रोजन एक बहुत मत्वपूर्ण तत्व होता है.
परन्तु अन्तरिक्ष यान द्वारा खोजे गए इस जैव रासायन यौगिक से मंगल ग्रह पर जीवन की पुष्टि नहीं की जा सकती क्योंकि उल्काओं के प्रभाव से भी नाइट्रोजन ऑक्साइड के रूप में नाइट्रोजन के मुक्त अणु उत्पन्न होते हैं.
इससे पहले रोवर ने मंगल ग्रह पर तरल रूप में पानी और कार्बनिक पदार्थ के अस्तित्व का पता लगाया था. इससे पहले दिसंबर 2014 में मंगल पर मीथेन उत्सर्जन की खोज भी रोवर द्वारा की जा चुकी है.
क्योरोसिटी रोवर 26 नवंबर 2011 को नासा द्वारा मंगल ग्रह पर जीवन की संभावनाओं के अध्ययन के लिए लॉन्च किया गया था.
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