खगोलविदों ने पृथ्वी के सामान केओआई– 314 सी और केओआई– 314 बी नामक ग्रह की खोज जनवरी 2014 के प्रथम सप्ताह में की. यह ग्रह दूसरे सौर प्रणाली में मौजूद पृथ्वी के समान द्रव्यमान के जैसा ही है. यह 200 प्रकाश वर्ष की दूरी पर है.
केओआई– 314 सी जिसका द्रव्यमान और शारीरिक आकार दोनों ही मापा जा चुका है. ग्रह का भार पृथ्वी के समान ही है लेकिन इसका व्यास पृथ्वी के व्यास से 60 फीसदी बड़ा है. इसका अर्थ है यह बेहद मोटी और गैसीय वातावरण वाला ग्रह है.
डेविड कीप्पिंग के अनुसार हार्वर्ड स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स के प्रमुख लेखक जिन्होंने इस ग्रह की खोज की है, का कहना है कि यह ग्रह पृथ्वी के द्रव्यमान के समान हो सकता है लेकिन यह पृथ्वी जैसा नहीं है. इससे साबित होता है कि इस ग्रह में पृथ्वी जैसे पथरीली दुनिया और पानी या गैस से भरे ग्रह के बीच स्पष्ट विभाजक रेखा नहीं है.
ग्रह की विशेषताओं को नासा के केपलर अंतरिक्ष यान द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी का उपयोग कर एकत्र किया गया है.
केओआई– 314 सी ग्रह लगभग 200 प्रकाश वर्ष दूर स्थित धुंधले लाल छोटे तारा की कक्षा में परिक्रमा करता है. यह प्रत्येक 23 दिन में एक बार अपनी कक्षा की परिक्रमा कर लेता है. खगोलविदों की गणना के अनुसार ग्रह का तापमान 104 डिग्री सेल्सियस है जो जीवों के अस्तित्व के लिहाज से बहुत अधिक है.
खगोलविदों ने ग्रह के भार की माप ट्रांजिट टाइमिंग वैरिएशन (टीटीवी) नाम की नई तकनीक के द्वारा किया गया. इस तकनीक का इस्तेमाल तब किया जाता है जब एक से ज्यादा ग्रह एक ही तारे की कक्षा की परिक्रमा करते हों. ट्रांजिट टाइमिंग खगोलविदों को यह सुनिश्चित करता है कि ग्रह मौजूदा प्रणाली में ही है चंद्रमा में नहीं. यह तकनीक यह भी सुनिश्चित करती है कि इसमें दूसरा ग्रह भी मौजूद है.
खगोलविदों को केओआई– 314सी के साथ ही दूसरा ग्रह केओआई– 314 बी भी प्राप्त हुआ. दूसरा ग्रह केओआई– 314सी के जैसा ही है लेकिन केओआई– 314 बी उससे अधिक सघन है और उसका भार पृथ्वी से चार गुना ज्यादा है. केओआई– 314 बी अपनी कक्षा की परिक्रमा 13 दिनों में पूरी कर लेता है.
शोधकर्ताओं के अनुसार संभव है कि यह ग्रह छोटे– नेपच्युन की तरह जीवन शुरू करे और समय के साथ अपने वातावरण में मौजूद गैस को खो दे जो कि तारे की तीव्र विकिरण की वजह से उबल रहा है. नए ग्रह की खोज को किपिंग ने अमेरिकन एस्ट्रोलॉजिकल सोसायटी की बैठक में प्रस्तुत किया था.
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