जम्मू और कश्मीर राज्य की सरकार ने 18 नई औद्योगिक बस्तियाँ विकसित करने का निर्णय लिया. इनमें से नौ बस्तियाँ जम्मू प्रभाग में और नौ कश्मीर प्रभाग में विकसित की जानी हैं. यह कदम राज्य के सामाजिक-आर्थिक रूपांतरण के लिए औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने हेतु उठाया गया है. इसका मुख्य फोकस रोजगार सृजित करने पर होगा.
इन औद्योगिक बस्तियों को विकसित करने के लिए कश्मीर प्रभाग में 82 करोड़ रुपये मूल्य की 2,500 कनाल (314 एकड़ से अधिक) जमीन और जम्मू प्रभाग में 87 करोड़ रुपये मूल्य की 5,600 कनाल (703 एकड़ से अधिक) जमीन अभिगृहीत की जानी है. नई औद्योगिक बस्तियाँ स्थापित करने के अतिरिक्त राज्य सरकार उद्यमियों को बेहतर आधारभूत संरचनात्मक सहायता उपलब्ध कराने के लिए मौजूदा औद्योगिक बस्तियों को भी चरणबद्ध तरीके से अपग्रेड कर रही है.
राज्य सरकार ने 32.50 करोड़ रुपये की लागत से खन्मोह फेज-ll और फेज-lll औद्योगिक बस्तियों और गंगयाल तथा बरी-ब्रह्मा औद्योगिक बस्तियों के अपग्रेडेशन की योजना बनाई है. राज्य अपने सूचना प्रौद्योगिकी उद्यमियों को औद्योगिक आधारभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराने की योजना बना रहा है, जिसके लिए कश्मीर की ओमपुरा इंडस्ट्रियल एस्टेट में 150 कनाल (9 एकड़ से अधिक) के भूक्षेत्र में फैला एक आधुनिक सूचना प्रौद्योगिकी पार्क स्थापित किया जाना है.
राज्य ने अपने यहाँ प्रौद्योगिकी-आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कश्मीर घाटी में ओमपुरा इंडस्ट्रियल एस्टेट में और जम्मू प्रभाग के कठुआ में 80 कनाल (10 एकड़ से अधिक) जमीन पर दो बायोटेक पार्क स्थापित करने की भी योजना बनाई है.
वर्तमान में राज्य में विभिन्न भागों में फैली 4,400 एकड़ से अधिक जमीन पर 53 प्रारंभिक एस्टेट्स हैं, जो लघु उद्योग विकास निगम कार्यक्रम, सिकोप और उद्योग निदेशालय द्वारा प्रबंधित की जा रही हैं.
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