त्रवणकोर के शाही परिवार (Travancore royal family) के प्रमुख उदरादोम थिरुनल मरतड वर्मा (Uthradom Tirunal Marthanda Varma) का एक निजी अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से तिरुअनंतपुरम में 16 दिसंबर 2013 को निधन हो गया. वह 91 वर्ष के थे. इस शाही परिवार ने आजादी से पहले दक्षिण केरल में शासन किया था. मरतड वर्मा पद्मनाभस्वामी मंदिर का संचालन करने वाले ट्रस्ट के अध्यक्ष थे. उदरादोम थिरुनल मरतड वर्मा वर्ष 1991 में अपने बड़े भाई चितिरा थिरुनल बलराम वर्मा के निधन के बाद शाही परिवार के प्रमुख बने थे. चितिरा त्रवणकोर के अंतिम राजसी शासक थे.
पद्मनाभ स्वामी मंदिर
पद्मनाभ स्वामी मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है. महाभारत में जिक्र आता है कि बलराम इस मंदिर में आए थे और यहां पूजा की थी. बताया जाता है कि मंदिर की स्थापना पांच हजार साल पहले कलियुग के पहले दिन हुई थी. लेकिन 1733 में त्रवणकोर के राजा मरतड वर्मा ने इसका पुनर्निर्माण कराया था. मंदिर की वास्तुकला द्रविड़ और केरल शैली का मिला-जुला उदाहरण है. मंदिर का स्वर्ण जड़ित गोपुरम सात मंजिला और 35 मीटर ऊंचा है. कई एकड़ में फैले मंदिर परिसर के गलियारे में पत्थरों पर अद्भुत नक्काशी देखने को मिलती है. मंदिर के बाहर सरोवर है, जिसे पद्मनाभ तीर्थ कहते हैं.
पद्मनाभ स्वामी मंदिर केरल की राजधानी त्रिवेंद्रम या तिरुअनंतपुरम के बिल्कुल केंद्र में स्थित है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation