प्रसिद्ध तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा ने 24 मार्च 2014 को पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री पर लिखित पुस्तक‘लेशन इन लीडरशिप’का विमोचन किया.
‘लेशन इन लीडरशिप’पुस्तक में लाल बहादुर शास्त्री के बचपन से लेकर उनकी जवानी एवं सार्वजनिक जीवन का उल्लेख है. जिसे पवन चौधरी ने उनके पुत्र अनिल शास्त्री के सहयोग से लिखा है.
लाल बहादुर शास्त्री
लालबहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1904 मुगलसराय (उत्तर प्रदेश) में हुआ था तथा मृत्यु 11 जनवरी 1966 ताशकन्द (रूस) में हुआ.
लालबहादुर शास्त्री भारत के द्वितीय प्रधानमन्त्री थे. वह 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 को अपनी मृत्युपर्यन्त लगभग अठारह महीने भारत के प्रधानमन्त्री रहे. इससे पूर्व, भारत की स्वतन्त्रता के पश्चात लालबहादुर शास्त्री को उत्तर प्रदेश के संसदीय सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था. गोविंद बल्लभ पंत के मन्त्रिमण्डल में उन्हें पुलिस एवं परिवहन मन्त्रालय सौंपा गया. परिवहन मन्त्री के कार्यकाल में उन्होंने प्रथम बार महिला संवाहकों की नियुक्ति की थी. पुलिस मन्त्री होने के बाद उन्होंने भीड़ को नियन्त्रण में रखने के लिये लाठी की जगह पानी की बौछार का प्रयोग प्रारम्भ कराया. 1951 में, जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में वह अखिल भारत काँग्रेस कमेटी के महासचिव नियुक्त किये गये.
जवाहरलाल नेहरू का उनके प्रधानमन्त्री के कार्यकाल के दौरान 27 मई, 1964 को मृत्यु हो जाने के बाद साफ सुथरी छवि के कारण लाल बहादुर शास्त्री को 1964 में देश का प्रधानमंत्री बनाया गया. उन्होंने 9 जून 1964 को भारत के प्रधानमंत्री का पद भार ग्रहण किया.
लाल बहादुर शास्त्री के शासनकाल में 1965 का भारत पाक युद्ध शुरू हुआ. जिसमें पाकिस्तान की हार हुई. ताशकन्द (रूस) में पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब ख़ान के साथ युद्ध समाप्त करने के समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद 11 जनवरी 1966 की रात में ही रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गयी.
उनकी सादगी, देशभक्ति और ईमानदारी के लिये मरणोपरान्त उन्हें‘भारत रत्न’से सम्मानित किया गया.
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