दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने 11 जून 2014 को अलवर, पानीपत और मेरठ के लिए रैपिड रेल लिंक को मंजूरी दे दी.
रैपिड रेल लिंक या क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) परियोजना हाई स्पीड ट्रेनों के माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से जुड़ जाएगा.
हाई स्पीड ट्रेनें 60किमी. प्रतिघंटे की रफ्तार से चलेंगी.
रैपिड रेल लिंक परियोजना के तहत तीन कॉरीडोर
तीनों कॉरीडोर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्रीय योजना बोर्ड (एनसीआरपीबी) द्वारा परिकल्पित किया गया.
दिल्ली मेरठ कॉरिडोर आनंद विहार और सराय काले खां से होकर जाएगा और दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) द्वारा समर्थित किया जाएगा.
यह 90 किलोमीटर की दूरी को कवर करेगा.
दिल्ली पानीपत कॉरिडोर 111 किमी की दूरी तय कर कश्मीरी गेट तक होगा.
दिल्ली अलवर कॉरिडोर 180 किमी की दूरी तय गुड़गांव में समाप्त होगा.
तीन कॉरिडोर पर स्टेशनों की कुल संख्या 48 है. दिल्ली में कॉरिडोर की कुल लंबाई 70.7 किलोमीटर है.
दिल्ली में कुल 11 स्टेशन होगे जिनमें आनंद विहार, सराय काले खां, आईएसबीटी कश्मीरी गेट, मुकारबा चौक, नरेला, आईएसबीटी कश्मीरी गेट, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, आईएनए, धौला कुआं और महिपालपुर में शामिल होंगे.
एनसीआरपीबी के अनुसार, तीनों कॉरिडोर का निर्माण अनुबंध के देने के बाद छह साल में किया जाएगा. इस परियोजना की लागत लगभग 72170 करोड़ रुपए है.
परियोजना के हिस्से के रूप में, चारों राज्य दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान प्रत्येक योगदान किए जाने की इक्विटी राशि पर सहमत हो गए हैं.

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