बांग्लादेश सरकार ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति फ़करूद्दीन अली अहमद और पूर्व प्रधानमंत्री गुलजारी लाल नन्दा को (मरणोपरान्त) बांग्लादेश मुक्ति संग्राम सम्मान से सम्मानित करने का 30 सितंबर 2013 को निर्णय लिया. उन्हें यह सम्मान वर्ष 1971 के बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाना है.
पूर्व राष्ट्रपति फ़ख़रुद्दीन अली अहमद से संबधित मुख्य तथ्य
फ़ख़रुद्दीन अली अहमद का जन्म 13 मई 1905 को पुरानी दिल्ली के हौज क़ाज़ी इलाके में हुआ था. उनके पिता कर्नल ज़लनूर अली थे. उनकी मां दिल्ली के लोहारी के नवाब की बेटी थीं.
फ़ख़रुद्दीन अली अहमद भारत के पांचवे राष्ट्रपति थे. वह 24 अगस्त 1974 से लेकर 11 फरवरी 1977 तक भारत के राष्ट्रपति रहे. वह भारत के दूसरे मुस्लिम राष्ट्रपति बने. राष्ट्रपति नियुक्त होने के समय वह लोक सभा के सदस्य भी थे. उन्होंने वर्ष 1975 में अपने संवैधानिक अधिकार का प्रयोग करते हुए आंतरिक आपातकाल की घोषणा की. वर्ष 1977 में हृदयगति रुक जाने से फ़ख़रुद्दीन अली अहमद का कार्यालय में निधन हो गया.
गुलजारी लाल नन्दा से संबधित मुख्य तथ्य
गुलजारी लाल नन्दा भारतीय राजनीतिज्ञ थे. उनका जन्म सियालकोट, पंजाब, पाकिस्तान में 4 जुलाई 1898 को हुआ था. गुलज़ारी लाल नन्दा दो बार भारत के कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनें. इनका प्रथम कार्यकाल 27 मई, 1964 से 9 जून, 1964 तक रहा, जब पंडिल जवाहर लाल नेहरू का निधन हुआ था. दूसरा कार्यकाल 11 जनवरी 1966 से 24 जनवरी, 1966 तक रहा, जब लाल बहादुर शास्त्री का ताशकंद में निधन हुआ. गुलज़ारी लाल नंदा प्रथम पांच आम चुनावों में लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए.
गुलज़ारी लाल नन्दा को देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न (1997) और दूसरा सर्वश्रेष्ठ नागरिक सम्मान पद्म विभूषण प्रदान किया गया.
गुलज़ारी लाल नंदा ने कई पुस्तकों की रचना की. उनमें प्रमुख निम्नलिखित हैं. सम आस्पेक्ट्स ऑफ़ खादी, अप्रोच टू द सेकंड फ़ाइव इयर प्लान, गुरु तेगबहादुर, संत एंड सेवियर, हिस्ट्री ऑफ़ एडजस्टमेंट इन द अहमदाबाद टेक्सटाल्स, फॉर ए मौरल रिवोल्युशन तथा सम बेसिक कंसीड्रेशन.
इनका निधन 15 जनवरी 1998को हुआ.

Comments
All Comments (0)
Join the conversation