भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान पीएसएलवी-सी-20 का श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र से 25 फरवरी 2013 को सफल प्रक्षेपण किया गया. यह यान अपने साथ 7 उपग्रह ले गया, अंतरिक्ष यान पीएसएलवी-सी20 ने सभी 7 उपग्रहों (भारतीय-फ्रांसीसी समुद्र विज्ञान अध्ययन उपग्रह सरल तथा 6 विदेशी लघु एवं सूक्ष्म उपग्रहों) को सफलतापूर्वक पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया.
पीएसएलवी-सी 20 के द्वारा अंतरिक्ष में प्रक्षेपित 7 उपग्रह निम्नलिखित हैं:
• सरल : सरल भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो और फ्रांस की एजेंसी सीएनईएस का संयुक्त उपक्रम है. इसके माध्यम से अंतरिक्ष से सागर का अध्ययन किया जाना है.
• सफायर: यह कनाडा का ऑप्टिकल सेंसर तंत्र है, जो गहरे अंतरिक्ष में 6000-40000 किमी तक की कक्षा में निगरानी कार्य के लिए भेजा गया है. कनाडा के इस मिशन का उद्देश्य अमेरिका की अंतरिक्ष निगरानी नेटवर्क (एसएसएन) को सहयोग प्रदान करना है.
• नियोस: नियोस उपग्रह (नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट सर्विलांस सैटेलाइट) को भी कनाडा ने बनाया है. इसमें एक दूरबीन लगी है जो क्षुद्रगहों और भू-स्थानिक कक्षा के उपग्रहों की निगरानी के लिए है.
• यूनिब्राइट और ब्राइट: ऑस्ट्रिया के इन दोनों वैज्ञानिक उपग्रहों का उद्देश्य तारों के तापीय अंतरों का अध्ययन करना है.
• एनएलएस 8.3 (आउसैट 3): यह डेनमार्क के छात्रों द्वारा तैयार किया गया उपग्रह है. इसका उद्देश्य आर्कटिक क्षेत्र में जहाजी सिग्नलों को प्राप्त करना है.
• एसट्रैंड-1: ब्रिटेन के नैनो सैटेलाइट विकास कार्यक्रम का हिस्सा है. पृथ्वी की निचली कक्षा में होने वाले बदलावों का अध्ययन करने के लिए इसको भेजा गया है.
पीएसएलवी: पोलर सैटेलाइट लांच व्हीकल (पीएसएलवी) को इंडियन रिमोट सेंसिंग (आइआरएस) उपग्रह को प्रक्षेपित करने के लिए विकसित किया गया. उससे पहले इस तरह के प्रक्षेपणों के लिए रूस की मदद लेनी पड़ती थी. इसरो का यह 23वां पीएसएलवी मिशन है.
इसरो और अंतरिक्ष अभियान:
• इसरो ने शुल्क लेकर विदेशी उपग्रहों को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित करने का कार्य वर्ष 1999 में शुरू किया था.
• भारत ने वर्ष 1975 में पहली बार अंतरिक्ष अभियान शुरू किया था. तब एक रूसी रॉकेट से आर्यभट्ट उपग्रह का प्रक्षेपण किया गया था.
• इसरो का यह 103वां अंतरिक्ष अभियान था.
• इसरो ने फरवरी 2013 तक 27 विदेशी उपग्रहों को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया है.
• भारत ने वर्ष 2008 में एक एकल अभियान में एक साथ 10 उपग्रहों को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में स्थापित किया था.
• यह इसरो का 22वां त्रुटिरहित प्रक्षेपण रहा.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation