राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने हलवारा स्थित भारतीय वायुसेना स्टेशन में आयोजित एक परेड में भारतीय वायुसेना के अग्रणी फाइटर स्क्वाड्रनों-220 स्क्वाड्रन और 32 स्क्वाड्रन को ध्वज 20 नवम्बर 2013 को प्रदान किए.
220 स्क्वाड्रन के कमान अधिकारी ग्रुप कैप्टन शरद अनेजा ने 220 स्क्वाड्रन के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से ध्वज प्राप्त किए और 32 स्क्वाड्रन के कमान अधिकारी ग्रुप कैप्टन जीवीएनके वर्मा ने 32 स्क्वाड्रन के लिए ध्वज प्राप्त किए.
220 स्क्वाड्रन को डैसर्ट टाइगर के नाम से जाना जाता है. यह दक्षिण हवाई कमान में पहली ऐसी स्क्वाड्रन है जहां सू-30 एमकेआई लड़ाकू विमान हैं जबकि बत्तीस स्क्वाड्रन को थंडर बर्ड के नाम से जाना जाता है. दोनों ही स्कवैड्रनों ने वर्ष 1965 और वर्ष 1971 की भारत पाकिस्तान जंग में महत्वपूर्ण रोल अदा किया था.
इसके अलावा ध्वज प्राप्त करने वाली वायुसेना की यूनिटों की ओर से वायुयान के फ्लाई-पास्ट को बड़े ही आकर्षक अंदाज में परेड के दौरान प्रदर्शित किया गया. फ्लाई-पास्ट में वायुसेना के कुल 12 विमानों ने भाग लिया.
राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया जाने वाला यह ध्वज युद्ध और शांति के दौरान राष्ट्र की सुरक्षा के लिए दिए गए अमूल्य योगदान के सम्मान में सशस्त्र सेनाओं की किसी भी इकाई दिया जाता है. यह सशस्त्र सेनाओं को दिया जाने वाला सबसे प्रतिष्ठित सम्मान है. यह उत्कृष्टता का प्रतीक है और सशस्त्र सेनाओं को उनके समर्पण और योगदान के लिए दिया जाता है.
विदित हो कि इस अवसर पर पंजाब के राज्यपाल शिवराज पाटिल, पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, स्टाफ कमेटी प्रमुखों के अध्यक्ष (सीओएससी) और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एनएके ब्राउन, पश्चिमी एयर कमान के एओसी-इन-सी एयर मार्शल एसएस सोमन, दक्षिण-पश्चिम एयर कमान के एओसी-इन-सी एयर मार्शल दलजीत सिंह एवीएसएम वीएम के अलावा अन्य सैनिक और सम्मानित नागरिक उपस्थित थे.
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