13 जुलाई 2011 को शाम 6 से 7 बजे के बीच महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में तीन बम विस्फोटों में 21 लोग मारे गए जबकि 141 से अधिक घायल हुए. जबकि एक जिंदा बम सांताक्रूज क्षेत्र में पाया गया. ये तीनों बम विस्फोट झावेरी बाजार, ऑपेरा हाउस और दादर के कबूतरखाने क्षेत्र में हुए.
झावेरी बाजार को देश की एक प्रमुख आभूषण मंडी माना जाता है जबकि ऑपेरा हाउस हीरों के कारोबार का न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में प्रमुख केंद्र है. यहां हुआ विस्फोट पंचरत्न बिल्डिंग एवं प्रसाद चैंबर के बीच स्थित टाटा रोड की खाऊ गली में हुआ. जबकि दादर का विस्फोट एक बस स्टॉप की छत पर विस्फोटक रखकर किया गया.
मुंबई पुलिस के अनुसार इन विस्फोटों में इम्प्रूवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED: Improvised Explosive Device, आईईडी) का उपयोग किया गया है. विस्फोट स्थल से अमोनियम नाइट्रेट के सबूत भी पाए गए.
ज्ञातव्य हो कि झावेरी बाजार को पिछले 18 वर्षों में तीसरी बार आतंकी विस्फोट का शिकार होना पड़ा है, जबकि दादर और ऑपेरा हाउस को पहली बार. मुंबई की कुलदेवी मानी जानेवाली मुंबादेवी का मंदिर भी विस्फोटस्थल से मात्र 100 फुट की दूरी पर है.
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