मुद्रास्फीति की दर प्याज और अन्य सब्जियां महंगी होने के कारण अगस्त 2013 में 6.1 प्रतिशत रही. जुलाई 2013 में यह 5.79 प्रतिशत थी और अगस्त 2012 में मुद्रास्फीति की दर 8.01 प्रतिशत थी.
सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी प्याज की कीमतों में हुई और यह वृद्धि वार्षिक आधार पर 245 प्रतिशत दर्ज की गई. आमतौर पर सब्जियों की कीमतें 77.81 प्रतिशत बढ़ीं. चावल, अनाज, अंडे, मांस और मछली जैसी आवश्यक खाद्य समाग्रियों के मूल्यों में भी काफी बढ़ोत्तरी हुई. आलू की कीमत लगभग 15 प्रतिशत गिरी और साथ ही दालें भी अगस्त 2012 के मुक़ाबले 14 प्रतिशत सस्ती हुई.
खाद्य समाग्रियां वार्षिक आधार पर 18.8 प्रतिशत महंगी हुई. निर्मित समान में चीनी 4.2 प्रतिशत और खाद्य तेल 3.86 प्रतिशत सस्ते हुए. कुल मिलाकर निर्मित समानों की कीमतों में जुलाई 2013 के दौरान वार्षिक आधार पर 1.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
विदित हो कि मुद्रास्फीति बढ़ने का मुख्य कारण रुपये का अवमूल्यन है.
थोक मूल्य सूचकांक (Wholesale Price Index)
यह एक मूल्य सूचकांक है जो कुछ चुनी हुई वस्तुओं के सामूहिक औसत मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है. भारत और फिलीपिन्स आदि देश थोक मूल्य सूचकांक में परिवर्तन को महंगाई में परिवर्तन के सूचक के रूप में प्रयोग करता है.
मुद्रास्फीति
गणित के हिसाब से थोक या ख़ुदरा मूल्य सूचकांक में निश्चित अंतराल पर होने वाले बदलाव को जब हम प्रतिशत के रूप में निकालते हैं, तो उसे ही मंहगाई दर या मुद्रास्फीति कहा जाता है.


Comments
All Comments (0)
Join the conversation