राष्ट्रीय ताप बिजली निगम (एनटीपीसी) ने पंजाब एंड सिंध बैंक (570 करोड़), आंध्रा बैंक (300 करोड़), तथा केनरा बैंक (1000 करोड़) के साथ कुल 1870 करोड़ रूपए के तीन ऋण समझौतों पर 2 अप्रैल 2013 को हस्ताक्षर किए.
यह ऋण बैंकों की आधारभूत दर पर बढ़ाए गए हैं, जो वह न्यूनतम दर होती है जिस पर बैंक अपने ग्राहकों को ऋण दे सकते हैं. इन ऋणों की प्रत्यक्ष अवधि 15 वर्ष है तथा इनका उपयोग एनटीपीसी के पूंजीगत खर्चे में वित्तीय सहायता देने के लिए किया जाना है.
राष्ट्रीय तापविद्युत निगम लिमिटेड (एनटीपीसी)
भारत की सबसे बड़ी विद्युत कंपनी एनटीपीसी की स्थापना वर्ष 1975 में की गई थी. इसकी स्थापना का मुख्य उद्देश्य भारत में विद्युत उत्पादन में तेजी लाना था. यह एक एकीकृत विद्युत कंपनी के रूप में विद्युत उत्पादन व्यापार की समग्र मूल्य श्रृंखला में उल्लेतखनीय उपलब्धि के साथ उभरी है. वर्तमान 40174 मेगावॉट उत्पादन क्षमता के साथ एनटीपीसी की वर्ष 2032 तक 128000 मेगावॉट कंपनी बनने की योजना है.
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