रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खडगे ने भारतीय रेल की एक उत्पादन इकाई डीजल लोकोमोटिव वर्क्स (डीएलडब्ल्यू), वाराणसी के पहले ड्यूअल कैब 4500 एचपी फ्रेट डीजल लोकोमोटिव को झंडी दिखाकर 6 नवम्बर 2013 को रवाना किया.
इसके साथ ही इस अवसर पर रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खडगे ने भूलनपुर रेलवे स्टेशन पर स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के ठहरने, डीएलडब्ल्यू एडमिन में सब-वे की घोषण भी की.
ड्यूअल कैब 4500 एचपी फ्रेट डीजल लोकोमोटिव से संबंधित मुख्य तथ्य
• यह भारतीय रेल द्वारा निर्मित पहला ड्युअल कैब फ्रेट डीजल लोकोमोटिव है.
• विजय को दो कैबों को समायोजित करने के लिए 21.7 मीटर प्लेटफॉर्म पर डिजाइन किया गया है, जो कि एकल संस्करण की तुलना में दो मीटर लम्बा है.
• इस लोकोमोटिव में चालक दल के आराम के लिए कई सुविधाएं हैं.
• विजय में वातानुकूलित कैब की सुविधा दी गई है.
• विजय, 4500एचपी 710जी3बी इंजन पर आधारित है.
• विजय के निर्माण पर लगभग 14.7 करोड़ रुपए की लागत आई, जबकि एक एकल कैब संस्करण पर 14.38 करोड़ की लागत आती है.
• इस लोकोमोटिव में टीएफटी स्क्रीन आधारित एकीकृत चालक प्रदर्शन की सुविधा है. यह सुविधा हवाई विमानों में इस्तेमाल की जाने वाली प्रणाली के अनुरूप है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation