अंतर्राष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन ‘लेगाटम संस्थान’ ने 2 नवंबर 2015 को ‘लेगाटम समृद्धि सूचकांक (Legatum Prosperity Index), 2015 जारी किया.
इस सूचकांक में विश्व के 142 देशों को शामिल किया गया, जो समग्र रूप से विश्व की 96 प्रतिशत जनसंख्या और वैश्विक जीडीपी के 99 प्रतिशत हेतु उत्तरदायी हैं. इस सूचकांक में समग्र स्कोर 3.504 अंक प्राप्त कर नार्वे लगातार सातवें वर्ष शीर्ष पर है.
समृद्धि सूचकांक: नार्वे (1), स्विट्जरलैंड (2), डेनमार्क (3), न्यूजीलैंड (4) स्वीडन (5) रैकिंग में शीर्ष पर है, जबकि बुरूण्डी (138), चाड (139), हैती (140), अफगानिस्तान (141) और मध्य अफ्रीकी गणराज्य (142) इस सूचकांक में निचले पांच स्थान पर हैं.
यह सूचकांक वर्ष 2007 से प्रतिवर्ष जारी किया जाता रहा है जिसका आधार राष्ट्रों की समृद्धि, आर्थिक वृद्धि और जीवन की गुणवत्ता है. इस सूचकांक में कुल 142 देशों को उनके स्कोर के साथ रैंकिंग प्रदान की गई. सूचकांक की समग्र रिपोर्ट 89 विभिन्न चरों पर आधारित है.
इन 89 चरों को 8 उप-सूचकांकों में विभाजित किया गया, जो क्रमशः अर्थव्यवस्था, उद्यमिता एवं अवसर, प्रशासन, शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं संरक्षा, व्यक्तिगत स्वतंत्रता और सामाजिक पूंजी हैं.
भारत की स्थिति
लेगाटम समृद्धि सूचकांक, 2015 में भारत 99वें स्थान पर है जबकि विगत वर्ष 2014 में यह 102वें स्थान पर था. इस सूचकांक में भारत के पड़ोसी देशों में श्रीलंका 61वें, नेपाल 89वें, बांग्लादेश 103वें, पाकिस्तान 130वें और अफगानिस्तान 141वें स्थान पर हैं.
इस सूचकांक में भूटान, म्यांमार और मालदीव शामिल नहीं किए गए है. इस सूचकांक में भारत सुरक्षा एवं संरक्षा के उप-सूचकांक में 114वें (वर्ष 2014 में 119वां स्थान, उद्यमिता एवं अवसर उपसूचकांक में 94वें (वर्ष 2014 में 103वां स्थान) तथा शिक्षा उप-सूचकांक में 92वें (वर्ष 2014 में 93वां स्थान) पर है, जो सुधार प्रदर्शित करता है.
स्वास्थ्य के मामले में भारत की स्थिति में सुधार हुआ है, इस उप-सूचकांक में भारत का 107वां स्थान (वर्ष 2014 में 109वां स्थान) है.
व्यक्तिगत स्वतंत्रता के क्षेत्र में भारत की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ और इस उप-सूचकांक में भारत का 79 वां स्थान (वर्ष 2014 में 78 वां स्थान) है. प्रशासन उप-सूचकांक में इस वर्ष भारत 53 वां स्थान (वर्ष 2014 में 56 वां स्थान) प्राप्त किया.
8 उप-सूचकांक में भारत का प्रदर्शन
उप-सूचकांक | रैंक |
अर्थव्यवस्था | 61 |
उद्यमिता एवं अवसर | 94 |
प्रशासन | 53 |
शिक्षा | 92 |
स्वास्थ्य | 107 |
सुरक्षा एवं संरक्षा | 114 |
व्यक्तिगत स्वतंत्रता | 79 |
सामाजिक पूंजी | 129 |
यह सूचकांक अन्य सूचकांकों से कैसे भिन्न है?
परंपरागत रूप से, एक राष्ट्र की समृद्धि केवल व्यापक आर्थिक संकेतकों जैस एक देश की आय, सकल घरेलू उत्पाद या प्रति व्यक्ति औसत आय (प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद) पर आधारित होती है. इसके विपरीत, समृद्धि सूचकांक में आय और समृद्धि दोनों को शामिल किया जाता है.
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