संगीत नाटक अकादमी ने संतूर वादक शिवकुमार शर्मा, बांसुरी वादक हरिप्रसाद चौरसिया, सरोद वादक अमजद अली खान सहित 11 कलाकारों को वर्ष 2011 का अकादमी रत्न (फैलो) चुना. अकादमी रत्न के लिए चयनित अन्य कलाकार मुकुंद लाठ, उमाइलपुरम शिवरमण, एम चंद्रशेखरन, आरके सिंहाजीत सिंह, कलामंडलम गोपी, पद्म सुब्रमण्यम, चंद्रशेखर कंबार और एच. कन्हैयालाल हैं. इसी निर्णय के साथ अकादमी रत्न (फैलो) की कुल संख्या 40 हो गई. एक समय में निश्चित संख्या में ही प्रतिष्ठित कलाकारों को अकादमी रत्न बनाया जाता है.
संगीत नाटक अकादमी ने वर्ष 2011 के अकादमी रत्न (फैलो) के साथ ही संगीत, नृत्य और नाटक के क्षेत्र में वर्ष 2011 के अकादमी पुरस्कार, वर्ष 2010 के बिस्मिल्लाह खां युवा पुरस्कार, टैगोर अकादमी रत्न और टैगोर अकादमी पुरस्कार की घोषणा अकादमी की आम परिषद की बैठक में 13-14 दिसंबर 2011 को की.
वर्ष 2011 के अकादमी पुरस्कार के लिए संगीत, नाटक और नृत्य के क्षेत्र से संबंधित 36 कलाकारों को चुना गया. इसमें संगीत के क्षेत्र के नौ, नृत्य के क्षेत्र से नौ, नाटक के क्षेत्र के आठ, अन्य कलाओं के आठ और समग्र योगदान करने वाले दो कलाकार शामिल हैं. अकादमी रत्न को तीन लाख रुपए नगद, अंगवस्त्रम एवं प्रशस्तिपत्र और अकादमी पुरस्कार के रूप में एक लाख रूपए नगद, अंगवस्त्रम एवं प्रशस्तिपत्र प्रदान किया जाता है.
उस्ताद बिस्मिल्लाह खां पुरस्कार 2010 के लिए संगीत, नृत्य और नाटक के क्षेत्र में 8-8 युवा कलाकारों (कुल 32) को चुना गया. इसके तहत विजेता को सम्मान स्वरूप प्रत्येक को 25-25 हजार रुपए, प्रतीक चिन्ह और शॉल प्रदान किए जाता है.
वर्ष 2010 के टैगोर अकादमी रत्न के लिए संगीत, नृत्य और नाटक के क्षेत्र की 50 हस्तियों को चुना. जबकि टैगोर अकादमी पुरस्कार 2010 के लिए संगीत के क्षेत्र में 13 कलाकारों, नृत्य के क्षेत्र में 11, नाटक के लिए नौ, कला के अन्य क्षेत्रों के लिए 13 और समग्र योगदान के लिए पांच कलाकारों को चयन किया गया. इसके तहत टैगोर अकादमी रत्न 2010 के लिए 50 कलाकारों को तीन-तीन लाख व टैगोर अकादमी पुरस्कार 2010 के लिए 50 कलाकारों को एक-एक लाख रुपए नकद, प्रशस्ति-पत्र, प्रतीक चिन्ह और शॉल प्रदान किया जा ना है.
विदित हो कि अकादमी रत्न बनाने की शुरुआत वर्ष 1954 में जबकि अकादमी पुरस्कारों की शुरुआत वर्ष 1952 में की गई थी.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation