श्रीलंका के इतिहासकार संतासिलन कादिरगमर का 25 जुलाई 2015 को निधन हो गया, वह 81वर्ष के थे.
एक लेखक के रूप में उनका वामपंथी आंदोलन के प्रति अधिक झुकाव था और ‘श्रीलंका समा समाज पार्टी’ की ओर से उन्होंने आंदोलन भी शुरू किया था.
उन्होंने 1970 और 1980 में अंतर नस्लीय न्याय और समानता आन्दोलन (एमईआरजेई - जाफना) और जाफना नागरिक समिति की स्थापना की थी.
एक लेखक के रूप में कादिरगमर को इतिहास में उनके योगदान और 1980 में अल्पकालिक जाफना युवा कांग्रेस में उनकी भागीदारी के लिए जाना जाता है.
युवा कांग्रेस समतावादी और लोकतांत्रिक सिद्धांतों के लिए स्थापित की गई थी.
उनके द्वारा लिखी पुस्तकों में ‘द तमिल्स ऑफ़ लंका: देयर स्ट्रगल फॉर जस्टिस एण्ड इक्वलिटी विद डिग्निटी’ और ‘द लेफ्ट ट्रेडिशन इन लंकन तमिल पॉलिटिक्स’ में शामिल है.
इनका जन्म अप्रैल 1934 में जाफना के चवाकच्चेरी में हुआ था. इनके चचेरे भाई श्रीलंका के पूर्व विदेश मंत्री लक्ष्मण कादिरगमर की हत्या अगस्त 2005 में की गई थी.
Now get latest Current Affairs on mobile, Download # 1 Current Affairs App
Comments
All Comments (0)
Join the conversation