संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा-2013 की मुख्य परीक्षा योजना {लिखित परीक्षा (मुख्य) और साक्षात्कार/व्यक्तित्व परीक्षा} में परिवर्तन किया है. इस परिवर्तन के आधार पर अब लिखित (मुख्य) परीक्षा में सामान्य अध्ययन के प्रश्नपत्र दो से बढ़ाकर चार कर दिए गए है. साथ ही वैकल्पिक विषयों को दो से घटाकर एक कर दिया गया है. जिसमें केवल एक विषय (प्रश्नपत्र I&II) होगा. सामान्य अध्ययन के पूर्णांक को 600 अंक से बढ़ाकर 1000 अंक और वैकल्पिक विषयों के कुल अंक 1200 को घटाकर 500 का कर दिया गया है. साक्षात्कार/व्यक्तित्व परीक्षा का अंक भी 300 से घटाकर 275 कर दिया गया.
सिविल सेवा परीक्षा के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि जब सिविल सेवा और भारतीय वन सेवा के लिए एक साथ और एक ही परीक्षा आयोजित की जाएगी. दोनों सेवाओं के अभ्यर्थियों को एक ही आवेदन-पत्र (Common Application Form) भरना है.
पाठ्यक्रम में परिवर्तन
गत वर्षों में: | वर्ष 2013 के लिए: |
निबंध – 200 अंक | निबंध – 200 अंक |
अंग्रेजी – 100 अंक | |
सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र I&II | सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र I, II, III and IV |
सामान्य अध्ययन के लिए कुल अंक=600 (2X300) | सामान्य अध्ययन के लिए कुल अंक= 1000 (4X 250) |
वैकल्पिक विषय-अ के प्रश्नपत्र I&II= 600 (प्रश्नपत्र I=300 अंक और प्रश्नपत्र II=300 अंक) | वैकल्पिक विषय-अ के प्रश्नपत्र I&II= 500 (प्रश्नपत्र I=250 अंक और प्रश्नपत्र II=250 अंक) |
वैकल्पिक विषय-ब के प्रश्नपत्र I&II= 600 (प्रश्नपत्र I=300 अंक और प्रश्नपत्र II=300 अंक) | प्रावधान नहीं. |
साक्षात्कार/व्यक्तित्व परीक्षा–300 अंक | साक्षात्कार/व्यक्तित्व परीक्षा–275 अंक |
वर्ष 2013 के सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल नए अध्याय निम्नलिखित हैं:
• सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र I खंड-2 में 10वीं या मैट्रिकुलेशन स्तर के अंग्रेजी गद्यांश.
• सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र II के प्रथम खंड में विश्व का भूगोल और इतिहास एवं समाज का अध्ययन शामिल है.
• सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र -IV के खंड-3 में प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण और सुरक्षा के साथ-साथ आपदा प्रबंधन को भी शामिल किया गया.
• सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र -V के खंड-4 में नीतिशास्त्र, समग्रता और अभिरुचि को शामिल किआ गया.
विश्लेषण (Analysis)
• साक्षात्कार/व्यक्तित्व परीक्षा को गत वर्षों की भांति सामान महत्त्व 13%दिया गया.
• गत वर्ष की तुलना में वैकल्पिक विषय के महत्त्व को 52% से घटाकर 24% कर दिया गया.
• गत वर्ष की तुलना में सामान्य अध्ययन के महत्त्व को 26% से बढ़ाकर 48% कर दिया गया.
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