आकशीय बिजली में पाया गया ऐंटीमैटर
फर्मी गामा रे स्पेस टेलीस्कोप ने की खोज:
पार्टीकल फीजिक्स में ऐंटीमैटर अर्थात प्रतिद्रव्य उसी प्रकार प्रति कणों का बना हुआ माना जाता है जैसे समान्य द्रव्य कणों के बने हुए होते हैं। उदाहरण के लिए प्रति-इलेक्ट्रॉन अथवा पॉजीट्रान धन आवेशित इलेक्ट्रॉन होता है। यदि द्रव्य और प्रतिद्रव्य को आपस में मिलाया जाए तो दोनों का अस्तित्व उसी तरह से समाप्त हो जाता है, जिस तरह से कण और प्रतिकण को मिलाने से होता है।
हाल में फर्मी गामा रे स्पेस टेलीस्कोप ने आकाशीय बिजली में ऐंटीमैटर की उपस्थिति का स्पष्ट प्रमाण पाया है। यह टेलीस्कोप नासा, अमेरिकी ऊर्जा विभाग, फ्रांस, जर्मनी, जापान, इटली और स्वीडन की संयुक्त परियोजना है।
ब्रह्म्ïड को निहारने की प्रक्रिया के दौरान फर्मी टेलीस्कोप ने आकाशीय बिजली की कौंध में प्रतिद्रव्य की उपस्थिति का पता लगाया है। इस खोज की घोषणा अलबामा यूनीवर्सिटी के माईकेल ब्रिग्स ने की है। उनके अनुसार आकाशीय बिजली में ऐंटीमीटर की उपस्थिति यह संकेत देती है कि बिजली की कौंध के साथ जुड़े विद्युत क्षेत्र का सामान्य क्रम विन्यास किसी तरह से उलट जाता है। अब वैज्ञानिक इसी चीज को समझने का प्रयास कर रहे हैं।
Comments
All Comments (0)
Join the conversation