Dr APJ Abdul Kalam Mission 2023: एपीजे अब्दुल कलाम सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल मिशन-2023 को तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले के पट्टीपोलम गांव से लांच किया गया है. यह छात्रों से जुड़ा हुआ एक प्रोग्राम है.
इसकी पहल मार्टिन फाउंडेशन द्वारा की गयी है जो डॉ एपीजे अब्दुल कलाम इंटरनेशनल फाउंडेशन और स्पेस जोन इंडिया के साथ मिलकर इस मिशन को लांच किया है.
इस मिशन प्रोजेक्ट में 100 से अधिक सरकारी स्कूलों के कुल 2000 छात्रों ने हिस्सा लिया. इस लांच कार्यक्रम के दौरान तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन भी मौजूद थी.
Chengalpattu, TN | Dr APJ Abdul Kalam Satellite Launch Vehicle Mission 2023 was launched from Pattipulam village; with one hybrid rocket & 150 PicoSAT satellites. This is the first hybrid rocket: Dr Anand Megalingam, Founder & CEO of Space zone India pic.twitter.com/R5uOz2EMMm
— ANI (@ANI) February 19, 2023
क्या है मिशन का उद्देश्य?
इस मिशन का उद्देश्य देश के विभिन्न हिस्सों के कक्षा छठी से बारहवीं तक के 5000 से अधिक छात्रों को सैटेलाइट के डिजाइन और इसके विकास के लिए सक्षम बनाना है. ताकि आने वाले भविष्य में ये छात्र देश के स्पेस कार्यक्रमों में सहयोग कर सके.
इस मिशन के तहत इन छात्रों को 150 पीआईसीओ उपग्रहों को डिजाइन और विकसित करने में सक्षम बनाया गया है. जिसको रॉकेट के माध्यम से लॉन्च किया जा रहा है.
सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल मिशन का महत्व:
एपीजे अब्दुल कलाम सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल मिशन के तहत देश के विभिन्न भागों के होनहार छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित के बारे में अधिक जानने और सिखाने का अवसर प्रदान होगा.
यह मिशन उन छात्रों को एक बेहतर और राष्ट्रव्यापी मंच प्रदान कर रहा है जिसकी मदद से छात्र आसानी से विज्ञान और तकनिकी से जुड़े इस पहल में शामिल हो सकते है और अपनी प्रतिभा को इस राष्ट्रव्यापी मंच के माध्यम से प्रदर्शित कर सकते है.
यह मंच इन छात्रों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा जो छात्र स्पेस साइंस के क्षेत्र में अपने करियर की तलाश कर रहे है. इस पहल की मदद से वह अपने करियर को एक नई पहचान दे पाएंगे.
एपीजे अब्दुल कलाम सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल मिशन-2023:
इस मिशन के माध्यम से, विशेष रूप से, चयनित छात्रों को वर्चुअल क्लास के माध्यम से सैटेलाइट्स टेक्नोलॉजी के बारें में महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी है.
साथ ही चयनित छात्रों को इस प्रोजेक्ट के क्षेत्र का पता लगाने में मदद करने के लिए कई प्रकार के सेशंस का आयोजन किया गया था, जिससे ये छात्र मिशन से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं से अवगत हो पाए है.
इस मिशन के तहत, 100 से अधिक सरकारी स्कूलों के कुल 2,000 छात्र इस रॉकेट परियोजना का हिस्सा रहे हैं.
मार्टिन फाउंडेशन ने की है फंडिंग:
इस मिशन के लिए मार्टिन फाउंडेशन ने 85 फीसद की फंडिंग की है. इन फंड के तहत छात्रों की वर्चुअल ट्रेनिंग का आयोजन किया गया है. मार्टिन फाउंडेशन तमिलनाडु में एक गैर-लाभकारी संगठन है जो इस प्रकार की पहलों को आगे बढ़ाने में सहयोग करता है.
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