साइबर सिक्यूरिटी को मजबूती देने के लिए क्वाड देशों ने 'क्वाड साइबर चैलेंज' (Quad Cyber Challenge) को लांच किया है. इसकी मदद से चारों देश मिलकर संयुक्त रूप से साइबर सुरक्षा में सुधार के लिए प्रयास करेंगे.
बढ़ते ग्लोबल चुनौतियों को देखते हुए इस तरह की पहल आज के समय में अति आवशयक हो गयी है. हाल की खबरों की बात करें तो यूएस ने कथित रूप से चीन के एक जासूसी बलून को अपने जल क्षेत्र में मार गिराया था.
भारत की ओर से राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय के साथ राष्ट्रीय साइबर समन्वयक कार्यालय इस क्वाड साइबर चैलेंज में समन्वय स्थापित कर रहा है.
The United States, together with its Quad partners Australia, India, and Japan, launched the Quad Cyber Challenge to promote responsible cyber habits across their nations, regions, and beyond: US Department of State pic.twitter.com/Hvf4VSH8kl
— ANI (@ANI) February 8, 2023
क्वाड साइबर चैलेंज, हाइलाइट्स:
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि क्वाड ने देशों ने इंडो-पैसिफिक और आस-पास के इन्टरनेट उपयोगकर्ताओं को इस साइबर चैलेंज में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है.
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय के हवाले से बताया गया कि इसकी मदद से सुरक्षित और जिम्मेदार साइबर आदतों का अभ्यास करने में मदद मिलेगी.
इसकी मदद से एक सुरक्षित और लचीला साइबर पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने का प्रयास किया जायेगा. साथ ही क्वाड साइबर चैलेंज' के माध्यम से साइबर सुरक्षा जागरूकता और एक्शन प्लान तैयार किया जायेगा.
क्वाड साइबर चैलेंज के मदद से शैक्षणिक संस्थानों, छोटे व्यवसायों और व्यक्तियों तक सभी उपयोगकर्ताओं के लिए बुनियादी साइबर सुरक्षा जानकारी उपलब्ध करायी जाएगी. 10 अप्रैल के सप्ताह के दौरान इसका समापन होगा.
क्वाड साइबर चैलेंज का उद्देश्य:
क्वाड साइबर चैलेंज का मुख्य उद्देश्य इंडो-पैसिफिक रीजन में साइबर सुरक्षा तन्त्र को मजबूत करना है, साथ ही साइबर सुरक्षा जागरूकता और कार्रवाई को भी मजबूत करना है.
इस साइबर चैलेंज की मदद से एक सुरक्षित और लचीला साइबर इकोसिस्टम को भी बढ़ावा दिया जायेगा, जिसके लिए क्वाड राष्ट्र निरंतर प्रयास कर रहे है.
जानें क्या है क्वाड?
क्वाड ग्रुप एक अनौपचारिक रणनीतिक मंच है जिसमें भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं. क्वाड ग्रुप अपने लोकतांत्रिक मूल्यों से एकजुट है और इंडो-पैसिफिक रीजन में स्थिरता का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बना हुआ है.
क्वाड का विचार सबसे पहले तत्कालीन जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने 2007 में दिया था.
इसमें शामिल सभी देश लोकतांत्रिक राष्ट्र होने के एक सामान्य आधार से जुड़े हुए है और फ्री मेरीटाइम ट्रेड और सुरक्षा के सामान्य हित को सपोर्ट करते है.
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